अर्चना कुमारी । यह देश की राजधानी है, जहां पैराशूट से उतारकर पुलिस के सबसे बड़े ओहदे पर अपने किसी खास को आसीन कर दिया जाता है लेकिन कानून व्यवस्था की हालत में कोई सुधार नहीं हो पाती। पिछले कुछ समय से बदमाशों के बीच पुलिस का भय बिल्कुल खत्म होता जा रहा है और यही वजह है कि राजधानी में आए दिन अपराधिक घटनाएं होती रहती है।
महिलाओं पर तो होने वाला अपराध अचानक काफी बढ़ गया लगता है तभी तो एक सनसनीखेज वारदात में तीन स्कूली लड़कियों को अगवा किए जाने के बाद उन्हें धमका कर उनके साथ दुष्कर्म किया गया। हालांकि इस बारे में पुलिस को जानकारी मिलने के बाद चार आरोपियों को धर दबोचा गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इनमें दो महिलाएं शामिल है।
लेकिन लड़कियों को बहला कर ले जाने वाला मुख्य आरोपी अभी फरार है। आरोप है कि लड़िकयों को मुंबई ले जाने के बहाने बलात्कार को अंजाम दिया गया। एक आरोपी तीनों को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रोहिणी क्षेत्र के एक घर में अगवा कर उन्हें ले गया और उनका यौन शोषण किया ।
लड़कियों द्वारा दिए गए बयान के अनुसार उन्हें नशीला पेय पदार्थ पीने को दिया गया और उनका यौन उत्पीड़न किया गया। जांच में पता चला है कि तीनों लड़कियां डिफेंस कालोनी के स्कूल में पढ़ने गई थी लेकिन वहां से अचानक माया नगरी मुंबई जाने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंच गई। सूत्रों का दावा है कि स्कूल से निकलकर तीन नाबालिग सहेलियां मुंबई जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचीं थी और रेलवे स्टेशन पर इनको एक शख्स मिला जो उन्हें कन्फर्म रेलवे टिकट दिलाने की बात कहकर रोहिणी ले गया था।
जहां पर आरोपियों ने उन्हें बहला फुसला कर उनके साथ गलत काम किया। तीनों पीड़ित लड़कियां घर में बिना बताये मुंबई जाने के लिये निकली थी। जबकि पीड़ित लड़कियों की उम्र 14 से 15 साल के बीच है। पीड़ित लड़कियां दिल्ली के एक ही सरकारी स्कूल में पढ़ती हैं। पुलिस का दावा है कि आरोपियों के चंगुल से आजाद होने से पहले लड़कियों को बेचने की प्लानिंग की गई थी और इसके तहत उन्हें चंडीगढ़ ले जाया जा रहा था ।
लेकिन लड़कियां समझदार निकली और करोल बाग में मौका मिलते ही वह भाग निकली और मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी, जिसके बाद पुलिस तक यह मामला पहुंचा । पुलिस को आशंका है कि यह मानव तस्करी से जुड़ा मामला हो सकता है। इस मामले को दिल्ली महिला आयोग ने भी बेहद गंभीरता से लेते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।
इस तरह की घटना तब हो जाती है है ,जब 75 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन को लेकर दिल्ली पुलिस चाक-चौबंद होने का दावा करती है और राजधानी के प्रत्येक क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किए जाने का दावा करती है। वैसे दिल्ली चलती बस में निर्भया से बलात्कार को लेकर पहले भी बदनाम हो चुकी है