सबसे बड़ा जेहाद का संकट , इससे कैसे निपटोगे ?
ये जो हैं धिम्मी सरकारें , क्या इनकी दम पर निपटोगे ?
धिम्मी पूरा सेकुलर होता , सुविधाभोगी हो जाता है ;
परम – स्वार्थी धिम्मी होता , राष्ट्र का दुश्मन हो जाता है ।
गुलाम जर – खरीद जेहादी का , ये ही धिम्मी होता है ;
निकृष्टतम रूप राष्ट्रीयता का , वो ही धिम्मी होता है ।
भरे पड़े हैं देश में धिम्मी , इसी से संकट छाया है ;
शासन, प्रशासन ,शिक्षा ,मीडिया , धिम्मी सबमें छाया है ।
इसकी वजह है गंदी शिक्षा , जिसमें प्रमुख झूठा इतिहास ;
आजादी के बाद की शिक्षा , इसी में सब झूठा इतिहास ।
इसी में शिक्षित सारे नेता , इसी से धिम्मी होते हैं ;
साहस इनमें कुछ न होता , संकट में केवल रोते हैं ।
इसी से संकट बहुत बड़ा है , अब हिंदू को समझना होगा ;
सच्चा इतिहास पढ़ें सब बच्चे , ये घर में ही पढ़ाना होगा ।
वीर शिवाजी ,बप्पा रावल ,असम का फूकन,पढ़ना होगा ;
राणा प्रताप की शौर्य कथा को,बारीकी से समझना होगा ।
मदद करेगा सोशल मीडिया , हर -हिंदू इसमें लग जाये ;
चाहे कुछ भी करना पड़े पर , राष्ट्रप्रेम को आगे लाये ।
राष्ट्रप्रेम ही रामबाण है , धर्म – सनातन जीतेगा ;
सच्चा इतिहास जब धिम्मी जाने , वो भी घर को लौटेगा ।
केवल अज्ञान है इसका कारण ,जो हिंदू को धिम्मी करता ;
अज्ञान दूर जैसे ही होता, हर धिम्मी है निर्भय बनता ।
इसी से है अब ये आवश्यक , हर नेता की क्लास लगाओ ;
उनको सच्चा इतिहास पढ़ा कर उनका साहस वापस लाओ
पर ये काम करेगा कौन ? गले में घंटी बांधे कौन ?
नेता खुद ही घंटी बांधे , वरना हिंदू करेगा मौन ।
राजनीति से इन्हें हटाकर , राष्ट्रभक्त को लाना होगा ;
हिंदूवादी , परम – साहसी , ऐसा नेता लाना होगा ।
आने वाला चुनाव का मौसम , ऐसा दल ही जिताना होगा ;
कट्टर हिंदूवादी – दल हो , जेहादी को हराना होगा ।
“एकजुट – जम्मू” ऐसा दल है , पूरे – देश में लाना होगा ;
हर – हिंदू की जिम्मेदारी , ” एकजुट- भारत” बनाना होगा ।
“एकजुट – भारत ” की सरकार , देश को हिंदू राष्ट्र बनाओ ;
अंतिम विकल्प है ये जीवन का,वरना जेहाद में जल जाओ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता: ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”