जो सत्ता के योग्य नहीं है , आखिर क्यों सत्ता में है ?
क्या दल में योग्य नहीं है ? जो कमजोर लोग सत्ता में है ।
ये इतना कमजोर हो गया , जैसे ब्लैकमेल होता हो ;
लगता जैसे पूरा साहस , गुंडों से हाईजैक होता हो ।
या तो है कोई साजिश गहरी , जिसने शिकार बनाया है ;
अच्छे – खासे राष्ट्रभक्त को , कैसे सियार बनाया है ?
घिरा हुआ ये किन लोगों से ? इसका पता लगाना है ;
इससे पहले सब लुट जाये , हमको राष्ट्र बचाना है ।
यूं ही नहीं टूटते मंदिर , हिंदू क्यों मरवाते हो ?
कश्मीर तो पूरा चला गया है , जम्मू क्यों लुटवाते हो ?
बचे – खुचे जो अच्छे नेता , इस सत्ताधारी-दल में हैं ;
अपने स्तर से जांच करें , भस्मासुर तेरे दल में है ।
पूरी – पार्टी धंस जायेगी , इतना बड़ा ये दलदल है ;
भाड़ में जाये पूरी पार्टी , पर राष्ट्र बचाओ , क्या हल है ?
भारत में जितने भी हिंदू , सबका ये दायित्व है ;
इस संकट से राष्ट्र बचायें , वरना मिटता अस्तित्व है ।
हिंदू- शक्ति बनाने को , सब एक ध्वजा के नीचे आओ ;
“एकजुट -जम्मू” जैसी पार्टी, सारे हिंदू इसको अपनाओ ।
“एकजुटजम्मू”” एकजुटहिंदू”” एकजुटभारत” इसे बनाओ
आने वाला है काल भयंकर , सारे मिलकर राष्ट्र बचाओ ।
पानी नाक तक आ पहुंचा है , सर भी डूबने वाला है ;
पर जिसके हाथों राष्ट्र की रक्षा , वो तो हुआ मतवाला है ।
सबके साथ का ऐसा जादू , केवल डीएनए मिला रहा ;
जो काम विधर्मी कर न पाये,उस आफत को ये बुला रहा।
अंतिम आशा”एकजुट-जम्मू “, सारे हिंदू इसको अपनायें ;
“एकजुट -भारत” इसे बनाकर ,देश को हिंदू- राष्ट्र बनायें ।
“एकजुट- जम्मू” से आवाहन, तेजी से प्रचार- प्रसार करो ;
गांव -गांव में शहर- शहर में , आक्रामक अभियान करो ।
तुम्हें पहुंचना हर – हिंदू तक , इसमें न कोताही हो ;
पूरा – राष्ट्र देखना होगा , ताकि बंद तबाही हो ।
शक्ति हमारी बंटी हुयी है , सबसे बड़ी कमजोरी है ;
संगठित आतंकी गुंडे , करते सीनाजोरी हैं ।
हिंदू – सारे दलदल छोड़ें, ” एकजुट-भारत “को अपनायें ;
भारत को हिंदू-राष्ट्र बनाकर, सारे संकट दूर हटायें ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता: ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”