हिंदू को संभलना होगा , हिंदू को बदलना होगा ;
वरना वो दिन दूर नहीं है , हिंदू को मिट जाना होगा ।
मजहब के आने से पहले , पूरा विश्व सनातन था ;
सारे करते कर्तव्य का पालन , सबका धर्म – पुरातन था ।
लोभ, लालच की जगह नहीं थी , कहीं -नहीं था भ्रष्टाचार ;
तुष्टीकरण , आरक्षण न था , कहीं – नहीं था अत्याचार ।
यथा – योग्य सारे पाते थे , निर्बल को भरपूर था दान ;
मानवता ही मानवता थी , दानवता का न नामनिशान ।
लेकिन दुष्टों का मजहब आया,छल,फरेब,अन्याय को लाया;
लोभ , लालच , अनाचार , बलात्कार का मौसम आया ।
मानवतावादी ,भोले – भाले , छल से धोखा खाते आये ;
भीषण नरसंहारों की ज्वाला में , धोखे से जलते आये ।
मजहब वालों ने छल -बल से , धिम्मी-कायर जाति बनायी ;
इन्हीं में वामी – कामी होते , गद्दारी की लहर चलायी ।
हिंदू के ये कलंक हैं सारे , इनसे हमें निपटना है ;
पहले उनको ठीक से जानो , क्योंकि उन्हें पलटना है ।
पक्के हैं ये राष्ट्र के दुश्मन , झूठा इतिहास पढ़ाते हैं ;
हिंदू – बच्चों को घटिया- शिक्षा , धिम्मी उन्हें बनाते हैं ।
सावधान हिंदू को होना , दुश्मन की पूरी चाल को जानो ;
सरकारों में भरे हैं धिम्मी , उनसे हरदम खतरा मानो ।
धिम्मी सरकार रहेगी जबतक,झूठा इतिहास रहेगा तबतक ;
झूठे इतिहास के जहर को पीकर,धिम्मीवाद रहेगा तबतक ।
घरघर में सच्चाइतिहास पढ़ाओ,अपनेबच्चों को शेर बनाओ
झूठेइतिहास काजहर काटने,सच्चेइतिहास का अमृत लाओ
अबकी चुनाव में हर हालत में,सारी धिम्मी सरकार हटाओ ;
परम-राष्ट्रवादी दल लाकर , देश को हिंदू-राष्ट्र बनाओ ।
हिंदू – राष्ट्र बनेगा भारत , धर्म – सनातन छा जायेगा ;
दानवता पूरी हट जायेगी , राम – राज्य आ जायेगा ।
ऐसा ही दल उदय हो रहा , “एकजुट- जम्मू” कहलाता है ;
जम्मू से शुरुआत हुई है , हर हिंदू – मन को भाता है ।
“एकजुट जम्मू”” एकजुट हिंदू””एकजुट भारत” इसे बनाओ
मानवता की रक्षा करने , देश की सत्ता में ले आओ ।
अबकी चुनाव में तय होना है , हिंदू रहना या मिटना है ;
“एकजुट – भारत “लेकर आओ , धर्म सनातन ही रहना है ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता: ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”