अर्चना कुमारी। उत्तर-भारत के टॉप मोस्ट गैंगस्टर विरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा उर्फ टाइगर (28) को स्पेशल सेल ने धर दबोचा। पुलिस का दावा है कि आरोपी थाईलैंड में बैठकर अपना गैंग ऑपरेट कर रहा था। छानबीन में पता चला कि काला राणा को जेल में बंद गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी के बेहद करीबी माना जाता है। जबकि दर्जनों मामलों में आरोपी विरेंद्र प्रताप भगोड़ा घोषित था।
हरियाणा पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये इनाम घोषित किया था। इसके गैंग में 100 से अधिक शार्प शूटर हैं, जो किसी भी समय इसके इशारे पर काम के लिए तैयार रहते हैं और उन लोगों ने कई अपराधिक वारदातों को अंजाम दिया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार मंगलवार को एक सूचना के बाद पुलिस ने लक्ष्मी गार्डन, नियर आईटीआई, यमुना नगर, हरियाणा निवासी काला राणा को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में पता चला है कि काला राणा ने अपने गैंग के साथ मिलकर दर्जनों वारदातों को अंजाम दिया। काला राणा ने 18 फरवरी 2020 को अपने गैंग के साथ मिलकर अंबाला सिटी, हरियाणा में एक ज्वेलर के शोरूम पर धावा बोला था। लूटपाट के दौरान बदमाशों ने शोरूम के मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इसी मामले में हरियाणा पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। बताया जाता है कि साल 2017 में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के भाई राजेंदर उर्फ राजा पर जानलेवा करने के बाद काला राणा ने सुर्खियां बटोरी थीं। यमुना नगर में इस संबंध में एफआईआर दर्ज हुई थी। बाद में पता चला कि वर्ष 2019 आरोपी काला राणा फर्जी पासपोर्ट से विदेश भाग गया।
इसके बाद उसका पता नहीं चल सका। इसके बाद फरवरी 2020 में राजकुमार उर्फ राजू नामक गैंगस्टर को थाईलैंड से डिपोर्ट कर भारत लाया गया। उसने पूछताछ के दौरान बताया कि काला राणा भी थाईलैंड से अपना गैंग ऑपरेट कर रहा है। वहीं से बैठे हुए वह लारेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी की आर्थिक मदद कर रहा था।
जुलाई 2021 में स्पेशल सेल की टीम ने संदीप उर्फ काला जठेड़ी को सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद से लगातार काला राणा की तलाश की जा रही थी। इस बीच मंगलवार को सूचना मिली कि आरोपी काला राणा दिल्ली में आने वाला है। सूचना के बाद पुलिस की टीम ने उसे दबोच लिया।