अर्चना कुमारी। राजधानी में बस तथा ट्रेन से आने वाले लोगों को सावधान रहना चाहिए क्योंकि शातिर दोनों जगहों पर घूम रहे हैं। इनका काम बस अड्डों व रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को बहला-फुसलाकर उनका सामान लेकर चंपत हो जाना है। एक ऐसे ही शातिर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान शालीमार गार्डन, साहिबाबाद निवासी सूरज प्रकाश (54) के रूप में हुई है। पुलिस का दावा है कि आरोपी के निशाने पर बुजुर्ग यात्री थे और करीब 150 बुजुर्ग लोगों को वह निशाना बनाकर उनके ट्रॉली व कैरी बैग उड़ा चुका है।
इतना ही नहीं बुजुर्गों का विश्वास जीतने के लिए आरोपी अच्छे कपड़े पहनता था। इसके झांसे में वह लोग ज्यादातर फंसते थे जो बुजुर्ग अकेले होते थे और उनके पास सामान ज्यादा होता था, ऐसे बुजुर्गों को यह आसानी से शिकार बना लेता था। पुलिस ने आरोपी के पास से 51 ट्रॉली व कैरी बैग, 26 मोबाइल फोन, भारी मात्रा में यात्रियों के कपड़े और वारदात के समय पहने हुए आरोपी के कपड़े भी बरामद किए ।
आरोपी ने मेरठ विश्वविद्यालय से बीएससी की हुई है। पुलिस का कहना है कि पिछले दिनों हिसार हरियाणा निवासी 56 वर्षीय एक महिला ने 18 अक्तूबर को आईएसबीटी कश्मीरी गेट पर अपना एक बैग चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। इस जानकारी के बाद जांच कार्रवाई करते हुए आरोपी सूरज प्रकाश को पकड़ा गया ।
पुलिस को पीड़िता ने बताया कि वह अकेली हिसार से दिल्ली आई थी। लेकिन दिल्ली में बस से उतरने के बाद एक शख्स उसे मिला। आरोपी ने पीड़ित से कहा कि वह उसकी मदद कर देता था। पीड़िता ने भरोसा कर आरोपी को अपना बैग थमा दिया। कुछ दूर साथ चलने के बाद आरोपी फरार हो गया। पुलिस का दावा है कि इसी तरह वारदातों को अंजाम देने वाले करीब 100 बदमाशों को ब्योरा निकाला गया। लेकिन इसके बाद भी आरोपी की पहचान नहीं हो पाई।
लेकिन बृहस्पतिवार को पुलिस टीम ने आरोपी सूरज प्रकाश को आईएसबीटी पर घूमता हुआ दबोच लिया। पूछताछ के बाद आरोपी के घर साहिबाबाद में छापा मारा गया, जहां से पुलिस ने 51 बैग व 26 मोबाइल फोन बरामद किए। आरोपी ने बताया है कि वह पिछले करीब पौने तीन साल से वारदातों को अंजाम दे रहा है। लेकिन पुलिस ने उसे पहली बार गिरफ्तार किया है।
आरोपी सूरज प्रकाश परिवार के साथ साहिबाबाद इलाके में रहता है। उसका कहना है कि उसके परिवार में पत्नी, एक बेटा व बेटी हैं। पहले आरोपी ने किराए पर मेडिकल स्टोर चलाया। वहां नुकसान होने के बाद उसने यह काम छोड़ दिया। लेकिन इसके बाद यह बैग उड़ाने के काम में जुट गया। आरोपी ने परिवार को बताया हुआ था कि वह टिकट बुकिंग सेंटर पर नौकरी करता है। लेकिन आरोपी मदद के नाम पर यात्रियों के बैग लेकर चंपत होने के काम में जुटा हुआ था ।