पश्चिम बंगाल में चुनावी नतीजों के बाद से शुरू हुई सियासी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन की कार पर गुरुवार को पश्चिमी मिदनापुर के पंचखुड़ी में भीड़ ने हमला बोल दिया। लोगों ने पत्थरों और लाठी-डंडों से हमला किया। इससे कार के शीशे फूट गए।
इस मुद्दे पर Sandeep Deo का Video
केंद्रीय मंत्री ने खुद सोशल मीडिया पर हमले की जानकारी दी। उन्होंने वीडियो पोस्ट कर कहा कि तृणमूल के गुंडों ने मेरे काफिले पर हमला किया। गाड़ी की खिड़कियों को तोड़ दिया गया। कर्मचारियों पर भी हमला किया गया। उन्होंने बताया कि ड्राइवर को चोटें आई हैं।
इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री राज्य में आकर हिंसा भड़का रहे हैं। ममता ने कूच बिहार जिले में फायरिंग में मारे गए लोगों के परिजन को होम गार्ड की नौकरी देने की घोषणा की है। साथ ही चुनाव बाद हुई हिंसा में मारे गए 16 लोगों को 2-2 लाख रुपए सहायता राशि देने का निर्णय लिया है।
वीडियो में डंडे के साथ मंत्री की ओर बढ़ता दिखा हमलावर
वीडियो में एक व्यक्ति डंडे से उनकी कार पर हमला करते हुए दिखाई दे रहा है। लोगों की भीड़ मंत्री के काफिले की ओर बढ़ती नजर आ रही है। इसके बाद केंद्रीय मंत्री की गाड़ी का ड्राइवर गाड़ी को बैक करने लगता है। जहां पर हमला हुआ, वहां TMC के झंडे-बैनर लगे हुए हैं। वीडियो में गाड़ी के टूटे हुए शीशे भी नजर आ रहे हैं।
दिलीप घोष गृह मंत्रालय की टीम से मिले
इस बीच, बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के नेतृत्व में 10 सदस्यीय डेलिगेशन राज्य के दौरे पर आई गृह मंत्रालय की टीम से कोलकाता स्थित BSF ऑफिस में मुलाकात की। बता दें कि राज्य में चुनाव के बाद जारी राजनीतिक हिंसा में भाजपा ने अपने 11 वर्कर्स के मारे जाने का दावा किया है।
बंगाल हिंसा पर एक्शन में गृह मंत्रालय
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय भी एक्शन में आ गया है। गृह मंत्रालय ने चार मेंबर्स की टीम को बंगाल भेजा है, जो हिंसा की जांच करेगी। इससे पहले गृह मंत्रालय ने राज्यपाल से भी रिपोर्ट तलब की थी और हिंसा को लेकर जानकारी मांगी थी। उधर, भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाकर राज्य में कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है। वहीं, हिंसा की जांच CBI से कराने की याचिका दायर की है।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा- अगर बंगाल में भाजपा नेता का काफिला सुरक्षित नहीं है, तो फिर कौन है? ये हिंसा राज्य सरकार करवा रही है। हम इस हिंसा की निंदा करते हैं। इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए और दोषियों को दंड दिया जाना चाहिए।
तृणमूल बोली- भाजपा माफी मांगे
तृणमूल विधायक मदन मित्रा ने चुनाव बाद जारी हिंसा को लेकर भाजपा को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा- बंगाल में हिंसा है, इससे हम इनकार करते हैं। एक-दो छोटे-मोटे झगड़े हो सकते हैं। BJP जीतती तो अभी तक बंगाल में दंगा हो जाता। गृह मंत्रालय की टीम जाकर अगर ऐसा करे, जिससे हिंसा बढ़े तो यह ठीक नहीं है। जो 200 पार बोला था न, उसे शर्म आनी चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।
बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा में अब तक 17 की मौत
बंगाल के कई जिलों में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच खूनी झड़प की खबरें आ रही हैं। इसमें अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। भाजपा के ऑफिस और पार्टी वर्कर्स के घरों और दुकानों में भी आगजनी की खबरें हैं।