सोशल मीडिया का सशक्त माध्यम टि्वटर पर केंद्र सरकार को बदनाम किया जा रहा है साथ ही दिल्ली पुलिस को भी निशाना बनाया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि विवेक विहार के कस्तूरबा नगर में महिला के साथ हुई वारदात को शरारती तत्व भुनाने के चक्कर में लगे हैं और देश का माहौल खराब करना चाहते हैं।
खासकर यूपी और पंजाब में होने वाले चुनावों में माहौल खराब करने के लिए कुछ लोग ट्विटर के माध्यम से अफवाह फैलाने वाले ट्वीट कर रहे हैं और ऐसे लोगों की पहचान कर उन पर नकेल कसना अत्यंत जरूरी हो गया है।
दिल्ली पुलिस ने ट्विटर को एक पत्र लिखकर ऐसे लोगों की पहचान उजागर करने के लिए कहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जांच में ट्वीट करने वाले ज्यादातर लोग कनाडा, यूके, यूएस, यूएई के अलावा भारत के पंजाब और यूपी के हैं और आशंका है कि खालिस्तान इन सब के पीछे है। इसमें सिख फॉर जस्टिस की भूमिका अहम हो सकती है। जिन्होंने पिछले दिनों पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर गड़बड़ी फैलाने की की कोशिश की थी।
इतना ही नहीं इस देश विरोधी संस्था ने वकीलों को भी धमकी दी थी तथा सुप्रीम कोर्ट को भी अपने निशाने पर ले लिया था । फिलहाल पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले तीन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की ।
पुलिस का कहना है कि लगातार ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि यूपी और पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पीड़िता को सिख बताकर इस घटना का इस्तेमाल सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए किया जा रहा है। केंद्र सरकार को लगातार बदनाम किया जा रहा है और बताया जा रहा है कि वह सिख विरोधी है।
ऐसे में कभी पीड़िता के सुसाइड करने तो कभी दूसरे समुदाय के जानबूझकर निशाना बनाने के मैसेज ट्वीट किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में कुछ निहंग भी विवेक विहार पहुंच गए थे। फिलहाल मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस सोशल मीडिया पर लगातार नजर बनाए हुए है। अफवाह फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कुछ फर्जी अकाउंट से भी ऐसे ट्वीट किए जा रहे हैं। उनको ट्विटर को पत्र लिखकर बंद करवाया जा रहा है।