आईएसडी नेटवर्क। बॉलीवुड में ड्रग्स की कार्रवाई मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के ही दो अधिकारी बॉलीवुड के कलाकारों की मदद कर रहे थे। इस बात का पता चलने के बाद एनसीबी चीफ समीर वानखेड़े ने इन दोनों अधिकारियों को तुरंत निलंबित कर इन पर विभागीय जाँच के आदेश दे दिए हैं।
इन दोनों अधिकारियों के अलावा एनसीबी के वकील भी संदेह के घेरे में आ गए हैं। पता चला है कि दोनों अधिकारियों ने कॉमेडियन भारती सिंह , उनके पति हर्ष और दीपिका पादुकोण की मैनेजर करिश्मा प्रकाश को जमानत दिलवाने में मदद की थी। अब दोनों अधिकारियों और एनसीबी के वकील की जाँच की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक जब इन सितारों की कोर्ट में सुनवाई चल रही थी, तब एनसीबी के वकील जानबूझकर पेश नहीं हुए। इसके कारण अदालत में एनसीबी का पक्ष अधूरा रह गया और सितारों को जमानत मिल गई थी। एनसीबी ने कुछ दिन पूर्व भारती सिंह के घर से गांजा बरामद किया था।
इसके बाद एनसीबी ने भारती और उनके पति से कई घंटों पूछताछ करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। जिस दिन भारती ने कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी लगाई थी, उस दिन एनसीबी का कोई अधिकारी या वकील कोर्ट में मौजूद ही नहीं था। प्रारंभिक जाँच में पाया गया कि ये लोग भारती को ज़मानत दिलवाने के लिए जानबूझकर कोर्ट में पेश नहीं हुए थे।
इसके बाद एनसीबी की ओर से एनडीपीएस कोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका में भारती और हर्ष की ज़मानत को चुनौती दी गई है। एनसीबी के अधिकारियों के बॉलीवुड के साथ मिले होने के संदेह के बाद ये बात तय हो गई है कि एनसीबी के इन अधिकारियों ने अन्य फ़िल्मी सितारों की सहायता भी की होगी।
खुलासे के बाद भारती सिंह, हर्ष लिंबाचिया और करिश्मा प्रकाश की मुश्किलें बढ़ने वाली है। विशेष रुप से भारती सिंह और उनके पति पुनः गिरफ्तार किये जा सकते हैं। अब तो एनसीबी के पास कार्रवाई के लिए ठोस आधार बन गया है। एनसीबी के दोनों अधिकारियों के नाम के खुलासे अब तक नहीं हुए हैं।