बुढ़वा मंगल के दिन चित्रकूट में दो हजार से अधिक संत इकट्ठे हुए। संतों ने हिंदी व अंग्रेजी में प्रकाशित उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीवनी का लोकार्पण किया और इसे अपना आशीर्वाद प्रदान किया। हिंदी पुस्तक ‘राज-योगी: गोरखनाथ से आदित्यनाथ तक’ और अंग्रेजी पुस्तक ‘The Monk Who become Chief Minister’ का प्रकाशन मल्टीनेशनल प्रकाशक ब्लूम्सबरी ने किया है। इस अवसर पर लेखक शांतनु गुप्ता एवं संदीप देव को संतों ने पुस्तक के जरिए योगी आदित्यनाथ का जीवन जन-जन तक ले जाने हेतु आशीर्वाद प्रदान किया।
इस अवसर कामदगिरी प्रमुख द्वार चित्रकूट धाम के प्रमुख महंत मदन गोपालदासजी ने कहा कि आज राजसत्ता का जो संचालन कर रहे हैं, ऐसे संत आदित्यनाथ योगी की जीवनी का लोकार्पण भगवान श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूटधाम में हो रहा है, जो बेहद हर्ष का विषय है।
महंत मदन गोपालदासजी ने कहा, योगीजी के बारे में न जाने कहां-कहां से प्रमाणों को ढूंढ कर पुस्तक का आकार देने वाले लेखक शांतनु गुप्ता और संदीप देव का इसके लिए संत समाज अभिनंदन करता है।
महंत मदन गोपालदासजी के अनुसार, चित्रकूट संसार का सबसे अधिक आध्यात्मिक ऊर्जावान क्षेत्र है, और आज संसार में जो सबसे अधिक ऊर्जावान राजयोगी सत्ता का संचालन कर रहे हैं, वो हमारे आदित्यनाथ योगीजी हैं। योगीजी की जीवनी का चित्रकूट में लोकार्पण एक सुंदर समन्वय और ईश्वर द्वारा प्रदत्त का अनुपम संयोग है।
महंत मदन गोपालदासजी ने बताया कि चित्रकूट में अनेक ऋषि मुनियों ने तपस्या की, जिस कारण भगवान श्रीराम को भी यहां आना पड़ा और उन्हें भी साढ़े ग्यारह वर्षों तक यहां तपस्या करना पड़ा। ब्रह्मा जी ने यहीं से यज्ञ का प्रारंभ किया। आज वैज्ञानिकों ने भी इसे सबसे अधिक ऊर्जावान भूमि पाया है।
उनके अनुसार, भगवान कामदनाथ की इस भूमि पर सभी का संपूर्ण मनोरथ पूरा होता है। किसी की जो कामना कभी पूरी नहीं होती है, वह कामना भी उनकी यहां पूरी हो जाती है। हम संतों की भी यह कामना है कि योगी आदित्यनाथ की यह जीवनी उनकी पूरी ऊर्जावान शासन व्यवस्था को संपू्र्ण विश्व के समक्ष ले जाए।
निर्मोही अखाड़ा के महंतश्री ओंकारदासजी महाराज ने कहा कि ईश्वर की प्रेरणा से योगी आदित्यनाथजी हमारे मुख्यमंत्री है। हमारे देश में सुशासन तभी रहा है जब एक योगी ने राजसत्ता संभाला है। जैसे राजा जनक एक योगी थे, वैसे ही आदित्यनाथ भी एक योगी हैं। ऐसे योगी की जीवनी का प्रकाशन लोगों को प्रेरित करे, यह मेरा आशीर्वाद है।
दिगंबर अखाड़ा के महंत दिव्यजीवन दासजी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ का जो मार्गदर्शन उप्र की जनता को प्राप्त हो रहा है वह संत समाज के लिए गौरव की बात है। लेखक द्वय ने पुस्तक के माध्यम से लोगों को ऐसे योगी से जोड़ने का काम किया है।
इस अवसर पर संतोषी अखाड़ा के महंत रामजी दासजी महाराज,भरत मिलाप दिगंबर अखाड़ा, चरणपादुका के महंत राममनोहर दासजी आदि ने भी संत समाज को संबोधित किया।
लेखक शांतनु गुप्ता ने बताया कि योगी आदित्यनाथ के बारे में दक्षिण भारत और विदेशों में बहुत उत्सुकता है, इसलिए उन्होंने इसका लेखन अंग्रेजी में किया है। इस पुस्तक में योगी की अब तक की राजनीतिक यात्रा को सामने रखने का प्रयास किया गया है।
वहीं हिंदी पुस्तक के लेखक संदीप देव ने बताया कि उनकी पुस्तक योगी की राजनीति यात्रा के साथ उनकी आध्यात्मिक यात्रा और नाथपंथ व अयोध्या आंदोलन के इतिहास से नयी पीढ़ी को अवगत कराने का प्रयास करती है।
सभा का संचालन रामायणी कुटि के प्रमुख महंत हृदयदासजी ने तुलसीदासजी की सुंदर-सुंदर चौपाईयों को गाकर किया। भाजपा के चित्रकूट जिला के उपाध्यक्ष आनंद सिंह पटेल को संतों ने इस भव्य आयोजन के लिए आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर दो हजार से अधिक संतों ने सहभोज किया।