अर्चना कुमारी चुनाव समाप्त हो गया है और महंगाई बढ़ गई। मई महीने में शाकाहारी थाली की औसत लागत नौ प्रतिशत तक बढ गई।
बृहस्पतिवार को जारी एक रिपोर्ट में प्याज, टमाटर और आलू की कीमतों में आई तेजी को इसकी वजह बताया गया। क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिसिस की मासिक ‘रोटी चावल दर’ रिपोर्ट में शाकाहारी थाली महंगी होने की बात कही गई।
हालांकि ब्रॉयलर मुर्गा की कीमत में गिरावट से मांसाहारी भोजन की लागत में कमी आई है। रिपोर्ट के अनुसार, शाकाहारी भोजन की कीमत मई में बढकर 27.8 रुपये प्रति थाली हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 25.5 रुपये थी।
वहीं एक महीने पहले अप्रैल में शाकाहारी थाली 27.4 रुपये की थी। इस थाली में मुख्य रूप से रोटी, सब्जियां (प्याज, टमाटर और आलू), चावल, दाल, दही और सलाद शामिल होते हैं।
रिपोर्ट में शाकाहारी थाली की कीमत में कुल वृद्धि का कारण टमाटर की कीमतों में 39 प्रतिशत, आलू में 41 प्रतिशत और प्याज में 43 प्रतिशत की वृद्धि को बताया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘रबी की फसल के रकबे में भारी कमी के कारण प्याज की कम आवक तथा पश्चिम बंगाल में फसल खराब होने से आलू की आवक कम होने से इन सब्जियों की कीमतों में बढोतरी हुई।
’’ इसके अलावा चावल और दालों की कीमतों में भी क्रमश: 13 प्रतिशत और 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि जीरा, मिर्च और वनस्पति तेल की कीमतों में क्रमश: 37 प्रतिशत, 25 प्रतिशत और आठ प्रतिशत की गिरावट आने से शाकाहारी थाली की लागत में और वृद्धि नहीं देखी गई।
इसके उलट मांसाहारी थाली की लागत मई में घटकर 55.9 रुपये रह गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 59.9 रुपये थी। यह अप्रैल, 2024 में 56.3 रुपये प्रति थाली की कीमत से भी कम है।
मासाहारी थाली में अन्य सभी सामग्री समान होती है, लेकिन दाल की जगह मुर्गे का मांस होता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रॉयलर मुग्रे की कीमतों में 16 प्रतिशत की गिरावट सालाना आधार पर मांसाहारी थाली की लागत में गिरावट का मुख्य कारण है। ब्रॉयलर का मांसाहारी थाली की कुल कीमत में 50 प्रतिशत हिस्सा होता है।