गुजरात के पूर्व मंत्री दिलीप संघाणी ने अमूल दूध के सर्वेसर्वा रहे Verghese Kurien पर धर्मांतरण को लेकर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भारत में दुग्ध क्रांति के जनक Verghese Kurien अमूल के पैसे से गुजरात के डांग में धर्मांतरण का धंधा करने वाले ईसाई संस्थाओं को धन उपलब्ध कराते थे।
गुजरात सहकारी दुग्ध एवं विपणन संघ (अमूल) सहित गुजरात मिल्क मार्केटिंग फैडरेशन, इंस्टीट्यूट ऑफ रुरल मैनेजमेंट तथा नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड सहित कई संस्थाओं की स्थापना करने वाले डॉ वर्गीज कूरियन पद्म विभूषण से सम्मानित स्वर्गीय कुरियन को दुग्ध क्रांति का जनक माना जाता है। ऐसे में दिलीप संधाणी का यह आरोप काफी बड़ा है। यह और भी हैरत वाली बात है कि अमूल की स्थापना करने वाले त्रिभुवन पटेल को आज कोई नहीं जानता और उसके सचिव रहे वगीर्ज कुरियन दुग्ध क्रांति के जनक बना दिए गये। यदि यह आरोप सही है तो यह अंग्रेजी मीडिया मैनेजमेंट का सबसे बड़ा उदाहरण है।
“Amul was founded by Tribhuvandas Patel, but does the country know about Tribhuvandas Patel? The money that Gujarat’s farmers and cattle rearers collected through their hard work, he (Kurien) donated it for religious conversions in Dangs (South Gujarat).” Gujarat BJP leader and former state minister Dileep Sanghani.