अर्चना कुमारी । वह हरा टिड्डा समुदाय से है और उसे टेक्नोलॉजी की बिल्कुल भी समझ नहीं है लेकिन वह कई बैंकों को लाखों रूपए की चपत लगा दी। महज 12वीं कक्षा पास इस शातिर आरोपी ने एटीएम मशीन को चकमा देकर कई बैंकों को चूना लगाया जबकि जब भी आरोपी एटीएम मशीन से नकदी निकालता था कि उसे रुपये भी निकल जाते थे और मशीन में एरर (खराबी) आ जाती थी।
इतना ही नही शातिर आरोपी इसके बाद अपनी बैंक शाखा को शिकायत कर दोबारा बैंक से रुपये वापस ले लेता था। पुलिस का कहना है कि आरोपी के पास से 17 एटीएम व डेबिट कार्ड के अलावा आठ इजार नकदी मिला। दबोचे गए आरोपी की पहचान नूंह, मेवात, हरियाणा निवासी अजहरु द्दीन (26) के रूप में हुई है।
पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरोपी ने कितने बैंक से अब तक कितनी रकम की ठगी की है। दरअसल दिल्ली के चांदनी चौक के एक राष्ट्रीय बैंक ने एटीएम में हेराफेरी कर करीब 4.30 लाख ठगी की शिकायत दी गई थी। बैंक ने पुलिस को बताया कि एटीएम में टेक्नीकल एरर पैदा कर कोई शख्स रुपये निकाल रहा है।
इसके बाद बैंक से शिकायत कर दोबारा रुपये भी ले रहा है। इस तरह की जानकारी मिलने पर छह दिसंबर को एक वारदात को पता चला। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ने मशीन में दिक्कत पैदा करने के बाद दोबारा रुपये लेने के लिए ब्रांच में शिकायत की है। लेकिन इस बीच सीसीटीवी के के आधार पर कोतवाली थाना पुलिस ने एटीएम बूथ के गार्ड के साथ मिलकर आरोपी को धर दबोचा।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी अजहरुद्दीन ने बताया कि उसके गांव में एटीएम से कैश निकालने के दौरान ठगी करना साधारण बात है। उसके अनुसार जिस बैंक में उनका खाता होता था। उस बैंक के अलावा दूसरे एटीएम मशीन से जब भी कैश निकालने जाता था।
रुपये निकालने के दौरान आरोपी कैश ट्रे हाथ डालकर कैश को 10 से 15 सेकंड तक अंदर ही होल्ड कर लेता था। इसकी वजह से मशीन एरर दिखा देती थी। इसके बाद आरोपी कैश मशीन से निकाल लेता था। इस तरह मशीन को चकमा देकर कैश लेकर चला जाता था। इसके बाद जिस बैंक में उसका खाता होता था वहां बैंक को शिकायत लिखकर कहता कि उसके खाते से रकम कट तो गई, लेकिन एटीएम से कैश नहीं निकला। शिकायत पर बैंक ग्राहक को रुपये दे देता था। ऐसे में आरोपी एटीएम से रुपये लेने के अलावा बैंक से अलग ले लेता था।