Archana Kumari. माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के कहने पर भाजपा विधायक कृष्णानंद राय को दिनदहाड़े मौत के घाट उतारने वाले मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या सुनील राठी ने करवाई थी। दिल्ली पुलिस ने सुनील राठी गैंग के शातिर बदमाश राजेश तोमर को धर दबोचा है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि दबोचा गयााा राजेश तोमर लखनऊ विभूतिखंड थाना क्षेत्र के पॉश इलाके में जिला मऊ, मोहम्मदाबाद-गोहाना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी और बाहरी-उत्तरी जिला की स्वरूप नगर थाना पुलिस ने इस आरोपी को गिरफ्तार किया।
यूपी पुलिस ने इस बदमाश पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। इसके कब्जे से एक पिस्टल व पांच कारतूस बरामद किए गए । इससे पहले 11 जनवरी को इसी हत्याकांड के एक आरोपी गिरधारी को बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस ने पकड़ा था।
बाद में उसे भी उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया गया था। लेकिन रास्ते में गिरधारी ने भागने का प्रयास किया तो उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुठभेड़ में उसे मार गिराया था। डीसीपी रजीव रंजन का कहना है रविवार रात स्वरूप नगर थाने की टीम इलाके में गश्त रही थी।
उसी दौरान संदिग्ध हालत में आरोपी को घूमता देखकर उसे रुकने का इशारा किया गया। आरोपी ने भागने की कोशिश की। लेकिन कुछ दूर पीछा कर आरोपी को दबोच लिया गया। आरोपी का रिकॉर्ड खंगाला गया तो दिल्ली और यूपी में उसके कई अपराधिक वारदातों में शामिल होने का पता चला।
इसी साल आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर पांच जनवरी को लखनऊ में अजीत सिंह की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। दिल्ली में न्यू उस्मानपुर इलाके में राजेश के खिलाफ हत्या का मामला पहले से दर्ज था।
निचली अदालत ने उसे दोषी ठहराया था, लेकिन हाईकोर्ट ने 2018 में राजेश को बरी कर दिया था। जांच में खुलासा हुआ है कि विकासपुरी, बिंदापुर समेत अन्य इलाकों में राजेश तोमर के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस को पता चला है कि आरोपी सुनील राठी गैंग से जुड़ा हुआ है। सुनील राठी पर बागपत जेल में कुख्यात बदमाश मुन्ना बजरंगी की हत्या करवाने का आरोप है।
जबकि अजीत सिंह हत्याकांड में खुलासा हुआ की आजमगढ़ के बाहुबली कुंटू सिंह, अखंड सिंह के अलावा गिरधारी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया गया ।
पुलिस ने इस शूटआउट में तीन मददगारों को भी दबोचा था। जबकि शूटर संदीप सिंह को भी पकड़ा जा चुका है। जबकि शूटर अंकुर ने लखनऊ की सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।
अंकुर पर 25 हजार का ईनाम था। अजीत के साथ घटनास्थल पर मौजूद मोहर सिंह ने इस बाबत प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और अखण्ड सिंह ने गिरधारी के जरिए हत्या करवाई है।
गिरधारी ने पांच शूटरों के साथ अजीत की हत्या की थी। गिरधारी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था। इसके बाद ही पुलिस ने सांसद धनंजय सिंह को गिरधारी के बयान के आधार पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपी बनाया था।
इसके साथ ही धनंजय पर एक घायल शूटर राजेश तोमर का लखनऊ और सुल्तानपुर में इलाज कराने में मदद करने का भी आरोप था। जिसे पकड़ लिया गया है और उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया गया है।