अर्चना कुमारी। जहांगीरपुरी इलाके में फिर हिंसा हुई । मंगलवार देर रात जहांगारपुरी के आई-ब्लॉक में शराब के नशे में धुत लड़कों के खूब बवाल काटा। हाथों में तलवार लिये लड़के एरिया में कुछ अन्य लड़कों की तलाश में पहुंचे थे। जब वह नहीं मिले तो इन लोगों ने गली में खड़ी तीन कारों पर पथराव कर उनको तोड़ डाला। लड़के ने कारों पर तलवारें भी मारी। काफी देर हंगामा और शोर-शराबा करने के बाद आरोपी फरार हो गए।
बाद में पुलिस ने कार्रवाई कर पांच लड़कों को दबोच लिया। इनमें तीन को गिरफ्तार किया गया जबकि दो नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है। बाकी अन्यों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने महेंद्र पार्क थाने में बलवा करने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार मंगलवार रात करीब 10.15 बजे रात खाना खाकर स्थानीय लोग गली में टहल रहे थे। इस बीच करीब दर्जनभर युवक हाथों में तलवार और डंडे लिये हुए गली में पहुंचे।
कई लड़के नशे की हालत में थे। यहां पहुंचते ही आरोपियों ने हंगामा शुरू कर दिया। यह लोग एरिया में रहने वाले मोहम्मद शुएब और मोहम्मद समीर व इनके गुट के बाकी लड़कों की तलाश में आए थे। हंगामें के दौरान लड़कों ने गली में खड़ी गाड़ियों को पत्थर फेंककर तोड़ दिया। इन लोगों ने कारों पर तलवारें भी मारी। काफी 15 से 20 मिनट हंगामा कर आरोपी फरार हो गए। इस बीच कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर एक फिर जहांगीरपुरी में सांप्रदायिक दंगा होने की अफवाह फैलानी शुरू कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभालकर छानबीन शुरू कर दी।
करीब दर्जनभर से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे में लेकर तीन लड़कों जहीर (20), विशाल उर्फ करंट (18) और वीरू (18) को गिरफ्तार कर लिया जबकि दो नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बताया कि दो-तीन पहले जहांगीरपुरी निवासी मोहम्मद शुएब और मोहम्मद समीर नामक लड़कों का मोहम्मद जहीर व मोहम्मद मुन्ना नामक युवकों से झगड़ा हुआ था। इस झगड़े के बाद जहीर व मुन्ना अपने दोस्तों के साथ इलाके में पहुंचे थे। इन लोगों ने ही हंगामा किया। बवाल सांप्रदायिक न होकर दो गुटों के बीच का था।
दोनों गुट भी एक ही समुदाय के थे। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपियों की पहचान की । इन लड़कों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। फिलहाल एहतियात के तौर पर एरिया में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मंगलवार रात हुई घटना के बाद स्थानीय लोगों में खासा रोष है। स्थानीय लोगों का कहना था कि कम उम्र के लड़के अपना वर्चस्व कायम करने के लिए अक्सर इस तरह की वारदातों को अंजाम देते रहते हैं। इससे पूर्व 16 अप्रैल हनुमान जयंती के मौके पर जहांगीरपुरी इलाके में दो समुदायों के बीच बवाल हो गया था।