अर्चना कुमारी। जब से महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार आई है तब से कानून व्यवस्था की हालत सबसे खराब स्थिति मे है। संतो को पीट-पीटकर हत्या मामला हो या फिर पुलिस कर्मियों के द्वारा वसूली तथा मंत्रियों के द्वारा किया जा रहा भ्रष्टाचार का या फिर महिलाओं के साथ आज जो कुछ भी हो रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस बार मुंबई के साकीनाका में एक महिला के साथ निर्भया जैसे गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया।
इस बीच चन्द्रमुखी देवी, सदस्य, राष्ट्रीय महिला आयोग नवी मुंबई का दौरा किया और पीड़ित परिजनों के मिलने के साथ ही पुलिस चौकी तथा अस्पताल जाकर इस बारे में पूछताछ की है। गौरतलब है कि मुंबई की ‘निर्भया’ की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि बलात्कारी ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी थी।
मुंबई के अंधेरी में स्थित साकीनाका में मोहन चौहान नाम के आरोपी ने बलात्कार कर महिला के प्राइवेट पार्ट में लोहे का रॉड घुसेड़ दिया। बताया जाता है कि (9-10 सितंबर मुंबई के अंधेरी में स्थित साकीनाका में महिला को टेंपो में ले जाकर बलात्कार किया था हालांकि यह साफ नहीं है कि आरोपी के साथ कुछ और लोग मौके पर मौजूद थे या नहीं।
सीसीटीवी कैमरे में जब आरोपी का चेहरा कैद हुआ तब उसे गिरफ्तार कर लिया गया और कोर्ट में पेश कर आरोपी को 10 दिनों का रिमांड पर रखा गया है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि उस टेंपों को भी जब्त कर लिया गया है, जहां इस वारदात को अंजाम दिया गया।
मुंबई पुलिस का कहना है कि यह गैंगरेप का मामला है या नहीं इस बारे में छानबीन की जा रही है जबकि सीसीटीवी फुटेज में तो एक ही आरोपी दिखाई दे रहा है लेकिन पूछताछ कर यह पता करना है कि कहीं इस गंभीर गुनाह में आरोपी के साथ और लोग भी तो शामिल नहीं हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना है केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलवाया जाएगा।
इस घटना को लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, यह घटना मानवता को कलंकित करने वाली घटना है और दिल्ली की निर्भया की घटना को याद दिलाने वाली घटना है। हालांकि सजा देना तो कोर्ट का काम है लेकिन सारे सबूत पेश करके आरोपी को फांसी की सजा दिलाई जाए।