विपुल रेगे। कश्मीरी पंडितों की त्रासदी पर बनी द कश्मीर फाइल्स ने फिल्म उद्योग को अचरज में डाल रखा है। हर दिन के साथ फिल्म के आंकड़े तेज़ी के साथ बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार को फिल्म ने अनुमानतः 19 करोड़ का कलेक्शन कर लिया। पूरी संभावना है कि गुरुवार के दिन फिल्म 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाएगी। लाख विरोधों के बावजूद विवेक अग्निहोत्री का विजय रण थमता दिखाई नहीं दे रहा है। बुधवार तक फिल्म का वर्ल्ड वाइड कलेक्शन 95 करोड़ पार कर चुका है।
द कश्मीर फाइल्स के साथ ऐसी बहुत सी नई बातें हुई हैं, जो भारतीय फिल्म इतिहास में किसी और फिल्म के साथ नहीं हुई है। अब से दो वर्ष पूर्व तक हिन्दी फिल्म उद्योग में स्टार सिस्टम प्रभावी था। शुरुआत के तीन दिन स्टार के नाम पर फिल्म चलाई जाती थी। स्टार की फॉलोइंग द्वारा तगड़ी ओपनिंग मिलते ही तीन से चार दिन में फिल्म अपनी लागत वसूल कर लेती थी।
ऐसे ही कई कंटेंट विहीन फिल्मों ने ब्लॉकबस्टर का मुंह देख लिया। कश्मीर फाइल्स ने इस परिपाटी को औंधे मुंह गिरा दिया है। इस फिल्म ने बहुत ही छोटा स्टार्ट लिया और मात्र छह दिन में नब्बे करोड़ के पार जा पहुंची है। ये एक डार्क हार्स थी, जिसकी क्षमता को पहचानने में सिनेमाघर संचालकों ने बड़ी गलती कर दी। अब वे स्वीकार रहे हैं कि पुष्पा के बाद सिनेमाघरों की रौनक विवेक अग्निहोत्री लौटा लाए हैं।
फिल्म एक रिपीट रन है। बहुत से दर्शकों ने इसे तीन बार देख लिया है। पुष्पा के बाद कश्मीर फाइल्स ही एक ऐसी फिल्म रही, जो रिपीट रन बन सकी है। अनुमान है कि गुरुवार को फिल्म लगभग 21 करोड़ का कलेक्शन कर लेगी, जो अब तक का सबसे अधिक कलेक्शन कहा जाएगा। ये अनुमान इसलिए है क्योंकि एडवांस बुकिंग में भी ये फिल्म रोज आगे निकल रही है।
रिलीज के पहले दिन फिल्म की 1 करोड़ से अधिक थी। बुकिंग हर दिन के साथ बढ़ती गई। सातवें दिन के लिए दर्शकों ने लगभग सात करोड़ की एडवांस बुकिंग करवाई है। ये तो सिर्फ शहरों का हाल है। छोटे गांवों और कस्बों में इस फिल्म की ऐसी धूम है कि सीट न मिलने पर लोग फर्श पर बैठ फिल्म देखने के लिए तैयार हैं। अक्षय कुमार की बच्चन पांडे का भविष्य अधर में दिखाई दे रहा है।
अपितु पहले दिन इस फिल्म ने एक करोड़ से अधिक की एडवांस बुकिंग की है लेकिन द कश्मीर फाइल्स का विध्वंसात्मक प्रदर्शन से उसे ख़तरा बना हुआ है। इस फिल्म की एडवांस बुकिंग से देशभर के केवल 24 स्क्रीन्स ही फुल हुए हैं। जबकि अक्षय कुमार की पिछली फिल्म ‘सूर्यवंशी’ ने बॉक्स ऑफिस पर ठीकठाक प्रदर्शन किया था। बच्चन पांडे के पास बस एक सप्ताह होगा।
इसी एक सप्ताह में उसे लागत वसूल कर लाभ अर्जित करना होगा। द कश्मीर फाइल्स के होते हुए ऐसा हो पाना मुश्किल दिखाई दे रहा है। बॉलीवुड के प्रति बढ़ती घृणा यहाँ परिलक्षित होती दिखाई दे रही है। ऐसा लगता है कि विवेक अग्निहोत्री की फिल्म शेष बॉलीवुड से प्रतिशोध लेने का साधन बन गई है।