आईएसडी नेटवर्क। शाहरुख़ ख़ान की नई फिल्म ‘पठान’ को लेकर नई कंट्रोवर्सी चल पड़ी है। ये कंट्रोवर्सी फिल्म के ताज़े कलेक्शन को लेकर चल पड़ी है। कलेक्शन को लेकर ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ और बॉलीवुड के समर्थकों में जंग छिड़ गई है। पहले दिन फिल्म के कलेक्शन आने के बाद बॉलीवुड समर्थक गैंग बॉयकॉट करने वालों पर टूट पड़ा है। इसके जवाब में बॉयकॉट करने वाले खाली थियेटरों के फोटो पोस्ट कर रहे हैं। सोशल मीडिया के इस युद्ध से इतर तथ्यों को देखे तो ‘पठान’ बहुत ही तेज़ी के साथ ब्लॉकबस्टर होने की ओर बढ़ रही है।
‘पठान’ ने पहले दिन 55 करोड़ और दूसरे दिन गुरुवार को इससे भी आगे जाते हुए 68 करोड़ का कलेक्शन कर डाला। इस तरह फिल्म सौ करोड़ के कलेक्शन से आगे निकल गई। वर्ल्डवाइड फिल्म ने लगभग 200 करोड़ का कलेक्शन कर लिया है। यदि नेट देखे तो अब तक ‘पठान’ का नेट कलेक्शन 127.5 करोड़ रहा है। तमिल वर्जन ने 1.25 करोड़ और तेलुगु वर्जन ने 3.25 करोड़ का कलेक्शन किया है।
ये आधिकारिक आंकड़े हैं, जो प्रति टेरेटरी से प्राप्त होते हैं। जब ये कलेक्शन सामने आए तो ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ वालों ने दावा किया कि फिल्म तो फ्लॉप है। इस तर्क को सही सिद्ध करने के लिए वे ट्विटर और फेसबुक पर एडवांस बुकिंग के आंकड़े पेश कर रहे हैं, जिनमे अधिकांश सीट खाली दिखाई जा रही है। कुछ सिनेमाघरों के अंदर के वीडियो डाले जा रहे हैं। ‘पठान’ को लेकर दोनों ओर से जबरदस्त प्रोपोगेंडा वॉर छिड़ गया है।
‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ द्वारा एडवांस बुकिंग के जो आंकड़े दिखाए जा रहे हैं, उनमे अधिकांश रात के शो के हैं। कई स्थानों से खाली शो होने के समाचार भी सोशल मीडिया पर आ रहे हैं। यदि ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ के दावें सही हैं तो फिल्म वितरक मनोज देसाई क्यों ख़ुशी मना रहे हैं ? मनोज देसाई ने अपने थियेटर्स में दो दिन में छब्बीस हज़ार दर्शकों को ‘पठान’ दिखाई है। ये बात उन्होंने कैमरे के सामने आकर कही है।
एडवांस बुकिंग के आंकड़ों को देखना भी आवश्यक है। तीसरे दिन के लिए फिल्म को 13 करोड़ की बुकिंग मिली है। चौथे दिन के लिए 13.47 करोड़ की बुकिंग मिली। इसका अर्थ है कि फिल्म का क्रेज़ बना हुआ है। जब फिल्म की कहानी बाहर आई तो पता चला कि दीपिका पादुकोण एक पाकिस्तानी एजेंट की भूमिका में है और क्लाइमेक्स में बड़ा रोल अदा करती है।
इस तथ्य के पता चलने के बाद थियेटर्स में ‘फुटफॉल्स’ में कमी आनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिल्म के कलेक्शन बढ़ जाने में एक तरह से सत्तारूढ़ दल भाजपा का इस मुद्दे से हट जाने का भी योगदान है। सोशल मीडिया पर जो विरोध चल रहा है, उसमे भाजपा और उसके समर्थक नहीं हैं या बहुत कम हैं। फिल्म में ‘पाकिस्तानी एजेंट’ के महत्वपूर्ण रोल वाली बात सोशल मीडिया पर दिखाई नहीं दे रही है।
यदि ऐसा होता तो फिल्म के कलेक्शन कम होते चले जाते। हालांकि अब तक ऐसा कुछ नज़र नहीं आ रहा है। किसी फिल्म में पाकिस्तानी किरदार दिखाए जाने पर अब विरोध नहीं होता। सलमान खान की ‘टाइगर ज़िंदा है’ में यही दिखाया गया था लेकिन फिल्म फिर भी जबरदस्त ढंग से सफल रही थी। पाकिस्तानी किरदार को समर्थन ‘टाइगर ज़िंदा है’ के समय ही दे दिया गया था और भारतीय सेंसर बोर्ड ने भी ऐसे किरदारों पर कभी कोई आपत्ति नहीं ली है।
फिलहाल तो ‘पठान’ माउथ पब्लिसिटी का तड़का लगने से टिकट खिड़की पर और मारक हो गई है। अभी फिल्म के पास कमाई के लिए तीन दिन और हैं। ज़मीनी विरोध सरकार द्वारा नियंत्रित कर लिया गया है और सोशल मीडिया पर ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ को फेक तथ्यों का सहारा लेना पड़ रहा है। फिल्म के पहले दिन के अधिकांश शो हाउसफुल रहे। इसे विश्वभर में 8000 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया था।
भारत में इसे 5200 स्क्रीन्स पर दिखाया जा रहा है। मुख्य हिन्दी पट्टी के क्षेत्रों में फिल्म की ऑक्युपेंसी पूरी तरह फुल नहीं है। कहीं ये बीस प्रतिशत है तो कही चालीस प्रतिशत से अधिक है। सुबह के शो 29.71 फ़ीसदी की ऑक्युपेंसी दिखा रहे हैं। दोपहर के शो की ऑक्युपेंसी 26.53 प्रतिशत है। निश्चित ही ‘पठान’ के कलेक्शन बढ़ने में माउथ पब्लिसिटी के साथ अधिक स्क्रीन्स का भी योगदान है।
फर्स्ट स्क्रीनिंग के बाद दर्शकों की मांग पर 300 शो प्रतिदिन और बढ़ाए गए हैं। फिल्म की मांग इतनी अधिक है कि देशभर में लगभग बंद पड़े 25 सिंगल स्क्रीन थियेटर फिर से खोल दिए गए। कुल मिलाकर फिल्म का ये माहौल रविवार तक बना रहने वाला है।