अर्चना कुमारी। देश की राजधानी अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त के लिए सबसे पसंदीदा स्थल है और यही वजह है कि यहां आए दिन तस्कर हथियारों की आपूर्ति विभिन्न गैंगस्टर को डिमांड के अनुसार करते रहते हैं। इस बार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली-एनसीआर, यूपी, पंजाब और हरियाणा के बदमाशों को हथियार सप्लाई करने वाले मेवाती गैंग का पर्दाफाश करते हुए दो तस्करों को धर दबोचा।
इनकी पहचान शाकिर और जुनैद के तौर पर की गई। पुलिस का कहना है अवैध हथियारों को लेकर स्पेशल सेल की टीम लगातार काम कर रही है और लगातार तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया जा रहा है। पुलिस को पता चला कि मध्य प्रदेश से कुछ गैंग हथियार लेकर दिल्ली एनसीआर में हथियार की सप्लाई कर रहे हैं।
इस तरह की सूचना के बाद पुलिस टीम ने इन तस्करों को पकड़ने की योजना बनाई। यह भी जानकारी मिली की मेवात का रहने वाला शाकिर अपने साथियों के साथ मिलकर दिल्ली एनसीआर में हथियार पहुंचा रहा है। उसके बारे में मुखबिर से जानकारी जुटाने के अलावा टेक्निकल सर्विलांस की मदद ली गई। करीब दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद 25 अक्टूबर को सूचना मिली की शाकिर सूरजकुंड के पास शाम के समय हथियार देने के लिए आएगा।
पुख्ता जानकारी थी कि यह हथियार की खेप वह जुनैद खान को देगा। इस तरह की जानकारी के बाद मौके पर छापेमारी कर दोनों को पकड़ लिया गया । तलाशी में उनके पास से 15 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल 30 जिंदा कारतूस बरामद हुए।
पुलिस के अनुसार, इस बाबत आर्म्स एक्ट की नई धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ के दौरान शाकिर ने पुलिस को बताया कि मध्य-प्रदेश के खरगोन से वह हथियार लेकर आता है। जबकि वह जुनैद के साथ दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पंजाब और यूपी में बीते तीन साल से हथियारों की सप्लाई कर रहा है।
जुनैद ने पुलिस को बताया कि वह शाकिर के कहने पर अवैध हथियारों की सप्लाई करता था। शाकिर आठ से 10 हजार में खरीदी गई पिस्तौल को 15 हजार रुपये में जुनैद को देता था। जुनैद आगे इसे 25 से 30 हजार रुपये में बदमाशों को बेचता था। पुलिस का दावा है कि दोनों तस्कर अब तक वह 400 से ज्यादा हथियार तीन साल में दिल्ली एनसीआर में सप्लाई कर चुके थे।