अर्चना कुमारी । दिल्ली हथियार तस्करों का प्रमुख अड्डा है और इस बार मध्य प्रदेश के सेंधवा से अवैध हथियार लाकर दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करने वाले दो तस्करों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया । तस्करों की पहचान साजिद अहमद और राजेंद्र के रूप में की गई है। पुलिस ने इनके पास से 20 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल बरामद की है जो वह गैंगस्टर तथा बदमाशों को सप्लाई करने के मकसद से दिल्ली लाए गए थे।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले गैंग को लेकर टीम काम कर रही थी। इसके तहत खास तौर से मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से अवैध हथियार लेकर आने वाले गैंग पर नजर रखी जा रही थी। इस दौरान पुलिस टीम ने इंद्रप्रस्थ पार्क के पास से मुजफ्फरनगर निवासी साजिद अहमद को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में पता चला कि वह अवैध हथियार की सप्लाई करने के लिए यहां पर पहुंचा था। उसके पास से मध्यप्रदेश के सेंधवा से लाए गए 10 अवैध पिस्तौल बरामद हुए। इसे लेकर आर्म्स एक्ट का मामला पुलिस ने दर्ज किया। उससे मिली जानकारी पर पुलिस टीम ने छापा मारकर सराय काले खां के पास से राजेंद्र कुमार को धर दबोचा और इसके कब्जे से भी 10 अवैध पिस्तौल बरामद हुई। पूछताछ के दौरान साजिद अहमद ने पुलिस को बताया कि वह जल्दी रुपए कमाने के लिए वह अवैध हथियारों की तस्करी में लिप्त हो गया। इस काम में राजेंद्र उसकी मदद करता था।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वह मध्यप्रदेश के सेंधवा से हथियार लेकर आता था। उसे दिल्ली, एनसीआर, यूपी और हरियाणा के बदमाशों को सप्लाई करता था। राजेंद्र कुमार यूपी के प्रयागराज का रहने वाला है। इस आरोपी के बारे में पता चला कि पांच साल से वह अवैध हथियारों की तस्करी में लिप्त है। मध्य प्रदेश से हथियार 12 से 15 हजार रुपये में वह लेकर आता था और उसे दिल्ली एनसीआर के बदमाशों को 25 से 30 हजार रुपये में बेचता था। राजेंद्र कुमार को पुलिस ने पहले भी 2015 में एक्सप्लोसिव एक्ट के केस में गिरफ्तार किया था।
जेल में रहने के दौरान अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले तस्करों के वह संपर्क में आया। बाहर आकर वर हथियारों की तस्करी में लग गया। उसके खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट, जालसाजी आदि के छह मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस इस रैकेट से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।