अर्चना कुमारी । इस देश में मुसलमानों के द्वारा लगातार हिंदुओं पर दबाव बनाया जा रहा है। दबाव बनाने के तहत ही सड़क से लेकर ट्रेन में भी नवाज पढ़ने की प्रवृत्ति बढ़ गई है और इसका विरोध किए जाने पर मुस्लिमों के द्वारा आपराधिक घटनाओं को अंजाम भी दिया जा रहा है । बताया जाता है कि दिल्ली से आ रही स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस ट्रेन में नमाज पढ़ने को लेकर हुए विवाद में रिटायर्ड आर्मी जवान की पिटाई किया गया।
उन्होंने इंसाफ की गुहार लगाई है और अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूर्व सैनिक ने ट्रेन के गलियारे में नमाज पढ़ रहे लोगों से रास्ता मांगते हुए उन्हें ऐसा करने से रोका था। नमाजियों ने बात नहीं मानी। इसके बाद विरोध में पूर्व सैनिक भी रास्ते में बैठकर मंत्र उच्चारण करने लगा था।पीड़ित जवान ने बताया मैं महाराष्ट्र के कोल्हापुर के डोनीवाड़ी का रहने वाला हूं। अभी मैं विशाखापट्टनम के नेवल डॉकयार्ड के DSC प्लाटून में सिपाही के पद पर हूं।
इससे पहले मैं 28 साल सेना में रहा हूं। मैं हरिद्वार में रामदेव बाबा के आश्रम से इलाज कराकर स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस से लौट रहा था। रविवार सुबह ट्रेन के चलते ही कुछ लोग सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने के लिए ट्रेन के गलियारे में बैठ गए। इतना ही नहीं बाद में दोपहर एक बजे वे फिर रास्ते में बैठकर सामूहिक नमाज पढ़ने लगे। शाम को वे तीसरी बार कोच के गलियारे में बैठकर नमाज पढ़ रहे थे। मैंने बाथरूम जाने के लिए रास्ता मांगा तो नमाजियों ने रास्ता नहीं दिया। मुझे वापस लौटा दिया।
मैंने उनसे कहा कि यह गलत है, आप लोग रास्ता रोककर नमाज पढ़ेंगे तो मैं भी मंत्रों का जाप करूंगा। इसके बाद उन्होंने रास्ते में बैठकर मंत्र का जाप करने लगा। इस बात पर नमाज पढ़ने वाले लोगों ने रास्ते से हटने के लिए कहा। हैरत की बात तो यह है कि तभी पेंट्री कार के कर्मचारी आ गए। उन्होंने ने भी मुझे रास्ते से हटने के लिए कहा और उन लोगों ने मुसलमानों के खिलाफ कुछ नहीं कहा। मैंने कहा कि जब नमाज पढ़ी जा सकती है, तो मंत्र क्यों नहीं पढ़े जा सकते। इसके बाद मारपीट की।
इस मारपीट की घटना में मेरे चेहरे समेत शरीर में कई जगह चोटें आई हैं। इस घटना को बोगी में बैठे सभी लोग देखते रहे और किसी ने कुछ नहीं बोला। जख्मी हालत में मैं तड़पता रहा और बाद में मुझे बैतूल जिला अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन मुझे सोशल मीडिया का ख्याल आया और वीडियो बनाकर वायरल किया तब कुछ कार्यवाही हुई। विलास नायक कर्मी ने बताया कि सभी मुसलमान हजरत निजामुद्दीन में सवार होकर जा रहे थे।
जबकि रेलवे पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ट्रेन के पैंट्री कार के मैनेजर समेत 2 वेंडरों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया है। पुलिस ने मैनेजर समेत एक वेंडर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी फरार है। पीड़ित पूर्व सैनिक विलास नायक रविवार को एस-4 कोच में सफर कर रहे थे। वे विशाखापट्टनम जा रहे थे। जीआरपी ने ट्रेन से जा रहे तीन लोगों सलमान, अल्लाहबख्श और मुजक्कीर अहमद को भी बैतूल में रोक लिया। पूछताछ के बाद इन्हें दूसरी ट्रेन से विजयवाड़ा भेजा गया। जांच अधिकारी एनएस ठाकुर ने बताया कि मारपीट के आरोप में पेंट्री कार के मैनेजर हरवेश श्रीवास और वेंडर पवन को गिरफ्तार किया गया है, एक आरोपी फरार है। जीआरपी ने इस मामले में जमाती सलमान, अल्लाहबख्श और मुजक्कीर अहमद को भी ट्रेन से उतार लिया था।
मारपीट की रिपोर्ट जवान ने पेंट्री कार के कर्मचारियों के खिलाफ की है। जीआरपी ने बैतूल रेलवे स्टेशन पर उतारे गए 3 जमातियों को सोमवार को उनके गंतव्य विजयवाड़ा के लिए रवाना कर दिया। अस्पताल से छुट्टी के बाद सोमवार को जवान भी कोल्हापुर रवाना हो गया।