पाकिस्तान में कट्टरपंथियों ने जहां फिर तोड़ा मंदिर वही श्री कृष्ण की पावन धरती मथुरा में स्थित एक मंदिर में जबरन घुसकर नमाज अदा किया गया। इस्लामिक कट्टरता का यह दोनों नमूना दर्शाता है कि इस्लामी आतंक किस कदर बढ़ रहा है। चाहे पड़ोसी देश हो या फिर अपना देश यदि समय रहते इस पर नकेल नहीं कसा गया तो आने वाले दिनों में कई और मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।
पाकिस्तान में हिंदू जनमानस बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है और यह बात सारी दुनिया जानती है । रविवार रात कराची के मंदिर में आए गुंडों ने अचानक तोड़फोड़ कर दी। इस्लामी गुंडों ने गणेशजी, माताजी और शिवजी की प्रतिमाओं को तोड़ा और तो और फ्रांस मामले पर ईशनिंदा का हवाला देकर पाकिस्तानी हिन्दुओं पर ज़ुल्म किया ।
यह तो पाकिस्तान की बात है लेकिन अपने देश के मथुरा में जो हुआ वह कुछ कम हैरान करने वाला नहीं है। इस मामले में चार लोगों पर केस भी दर्ज कर लिया गया है लेकिन सिर्फ क्या प्राथमिकी दर्ज करने से इस तरह की इस्लामिक करतूत रुक जाएगी। मथुरा पुलिस का कहना है कि धोखे से नमाज पढ़ने के मामले में पुलिस कार्रवाई शुरू हो गई है। दिल्ली के जमिया इलाके से फैजल नाम के एक शख्स को यूपी पुलिस ने अपन हिरासत ले लिया है । नंद बाबा मंदिर प्रशासन की शिकायत पर फैजल खान और उसके दोस्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि मंदिर में नमाज पढ़ने वाले दिल्ली की खुदाई खिदमतगार संस्था के लोग हैं और इन इस्लामी कठमुल्लों ने नमाज पढ़ने का फोटो सोशल मीडिया में वायरल किया था।
खुदाई खिदमतगार के सदस्य फैजल खान और मोहम्मद चांद कथित गांधीवादी कार्यकर्ता निलेश गुप्ता और आलोक रत्न के साथ नंदगांव के नंदबाबा मंदिर पहुंचे और दोपहर 2:00 बजे युवकों ने यहां नमाज अदा की।
इसके बाद दोनों मुस्लिम युवकों ने नमाज के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिये। मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी का कहना है कि उन्होंने नमाज अदा करने की कोई अनुमति नहीं दी थी और उन दोनों मुस्लिम लड़कों से उनकी बातचीत जरूर हुई थी।
उनके अनुसार नमाज धोखे से पढ़ी है। इस घटना को लेकर हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश है और नमाज अदा करने के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। बरसाना थाने में मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी हाय जालौर मोहम्मद चांद समते चार युवकों के खिलाफ 153-A, 295, 505 के तहत बरसाना थाने में मुकदमा दर्ज किया है और मथुरा के एसएसपी गौरव ग्रोवर ने इस पूरे प्रकरण की जांच खुफिया विभाग को भी सौंपी है।
भले ही पुलिस प्रशासन मंदिर में नमाज पढ़ने और उसकी फोटो, वीडियो वायरल करने के पीछे आखिर क्या मंशा थी अब इसकी जांच की जा रही है लेकिन देश में रहने वाले बहुत कम हिंदुओं को पता होगा कि इसी तरह से मुस्लिम हिंदू देवी देवताओं को अपमानित करते हैं और मौका मिलते ही हिंदू धर्म पर कुठाराघात करते हैं। इस मामले में दर्ज प्राथमिकी में भी कहा गया है कि जबरन नमाज अदा किया गया और सोशल मीडिया पर फोटो डालने से हिन्दू समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं जबकि इस घटना से हिंदू आस्था को गहरी ठेस पहुंचाई गई है ।
आशंका यह बनी हुई है कि ये लोग मंदिर के फोटो का दुरुपयोग ना करें और कहीं इन्हें विदेशी संगठनों से इस तरह की करतूतों को अंजाम देने के लिए फंडिंग तो नहीं हो रही । ऐसे में इस मामले में जल्द जांच की अपील की गई है। आपको बता दें कि मथुरा में इस तरह का मामला तब सामने आया है, जब यहां पर स्थित कृष्ण जन्मभूमि और उसके पास बनी मस्जिद का मामला अदालत पहुंचा है और बीते दिनों ही यहां पर कुछ हिंदू संगठनों ने शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की अपील की है तथा मथुरा जिला अदालत में याचिका लगाई है, जिसपर नवंबर में ही सुनवाई होनी है। इस घटना के बाद मंदिर परिसर को गंगा जल से धुलवाया गया और हवन-पूजन किया गया। मथुरा पुलिस का कहना है कि कि है आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें लगाई हैं. बता दें कि 30 अक्टूबर शुक्रवार को दो युवक ने मंदिर परिसर में नमाज अदा की थी जिसको लेकर हिंदू संगठन उत्तेजित है और आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं ।
शैतान माने जा रहे दोनों मुस्लिम द्वारा मंदिर परिसर में नमाज अदा करने के बाद सोमवार को हिंदू संगठन और मंदिर सेवायतों ने परिसर की धुलाई की और मंदिर परिसर में हवन भी किया। हिंदू संगठन के लोगों का कहना है मंदिर में आकर हिंदुओं की भावना को ठेस पहुंचाई गई है और माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है।