पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति के खिलाफ INX Media घुसखोरी के मामले में गवाही देने के बाद इंद्राणी मुखर्जी का जेल में बेहोश मिलना एक बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। इससे यह सवाल भी खड़ा हो गया है आखिर इंद्राणी मुखर्जी का दुश्मन कौन है जो चिदंबरम के खिलाफ उठने वाली आवाज को खामोश करना चाहता है। अब जब उन ताकतवर लोगों की सच्चाई सामने आ ही गई है, ऐसे में उनकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम होना चाहिए।
मुख्य बिंदु
*इंद्राणी को जहर देने से स्पष्ट है कि कोई शक्तिशाली व्यक्ति उसकी आवाज बंद करना चाहता है
*आखिर जेल में इंद्राणी को कैसे दिया गया जहर और किसने दिया, इसकी जांच होनी चाहिए
INX Media मामले गवाही ने बना दिया दुश्मन!
दरअसल इंद्राणी के दुश्मन बनने का शिलशिला तब शुरू हुआ जब उन्होंने मजिस्ट्रेट के सामने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। इंद्राणी मुखर्जी ने अपनी गवाही में जो कहा है उससे आईएनएक्स मीडिया रिश्वतखोरी का खुलासा हुआ। उन्होंने स्वीकार किया कि पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के कहने पर ही उनके बेटे कार्ति चिदंबरम को 5 करोड़ रुपये रिश्वत दिया था । रिश्वत देने से पहले उन्होंने पी चिदंबरम से भी मिली थीं। इंद्राणी के इस खुलासे के बाद पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ गईं। इस मामले में दोनों को जेल भी हो सकती है। इससे साफ है कि इंद्राणी के ताकतवर दो दुश्मन कोई और नहीं बल्कि यही दोनों पिता-पुत्र हैं।
मजिस्ट्रेट के सामने क्या कहा था इंद्राणी ने!
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईएनएक्स मीडिया मामले में इंद्राणी मुखर्जी की संलिप्तता का खुलासा किया था। साल 2015 में ईडी ने जब कार्ति के फर्म पर छापा मारा था तभी आईएनएक्स मीडिया रिश्वत मामले में उनकी भूमिका सामने आई थी। पूछताछ के दौरान मजिस्ट्रेट के सामने ही इंद्राणी मुखर्जी ने स्वीकार किया था कि उन्होंने चिदंबरम के कहने पर ही कार्ति को 5 करोड़ रुपये की रिश्त दी थी। इसके एवज में उन्हें विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से संदिग्ध मंजूरी लेनी थी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि रिश्वत देने से पहले जब वह चिदंबरम से मिली तो उन्होंने उनसे कार्ति को मदद करने का अनुरोध किया। इसके अलावा चिदंबरम ने कई मांगे रखीं और कई लोगों को मदद करने को कहा। इंद्राणी के मुताबिक चिदंबरम की हर अनुचित मांगें मानने को वह इसलिए वाध्य थीं क्योंकि वह खुद टैक्स हैवन के माध्यम से अवैध रूप से तीन सौ करोड़ रुपये लाने के मामले में फंसी थीं। इस मामले में उन्हें आयकर का नोटिस मिला हुआ था। इंद्राणी के इस खुलासे के बाद तो चिदंबरम के लोगों ने उन्हें बदनाम करने तक की कोशिश की।
तीन साल से पति पीटर के संग जेल में हैं इंद्राणी!
अपनी ही बेटी की शीना बोरा की हत्या के मामले में इंद्राणी मुखर्जी पति पीटर मुखर्जी के साथ तीन सालों से जेल में बंद हैं। ऐसे में उन्हें जहर या फिर दवा का ओवर डोज देना उनकी सुरक्षा के लिए खतरनाक है। खासकर तब जब उनकी आवाज किसी पूर्व केंद्रीय मंत्री के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश कर सकती है। पूर्व में केंद्रीय मंत्री होने के नाते कई पुलिस अधिकारी चिदंबरम के हिमायती हो सकते हैं। ऐसे में इंद्राणी की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी होनी चाहिए। क्योंकि अब तो स्पष्ट हो चुका है कि उन्हें मिटाने से किसे तात्कालिक फायदा मिल सकता है।
URL: Who is the enemy of Indrani Mukherjee witnessed against Chidambaram and Karti Chidambaram?
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