कर्नाटक के नाटक का कल यानि शनिवार को चार बजे पटाक्षेप हो जाएगा। क्योंकि कांग्रेस और जेडीएस की याचिका पर गुरुवार की रात तक सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा को कर्नाटक में शनिवार चार बजे तक ही अपना बहुमत साबित करने का समय दिया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकारते हुए मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके बी एस येदुरप्पा ने स्पष्ट कहा है कि वह अपना बहुमत साबित कर के दिखाएंगे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को जहां कांग्रेस और जेडीएस भाजपा के लिए एक बड़ा झटका मान रही है वहीं भाजपा नेता येदुरप्पा ने उसे चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। मालूम हो कि कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने येदुरप्पा को अपना बहुमत साबित करने के लिए 15 दिनों का समय दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में उन्हें महज 48 घंटे दिए हैं।
मुख्य बिंदु
* सुप्रीम कोर्ट के फैसले को जहां कांग्रेस और जेडीएस बता रहे हैं झटका, वहीं भाजपा ने स्वीकारी चुनौती
* राज्यपाल वजुभाई के दिए 15 दिन के उलट सुप्रीम कोर्ट ने 48 घंटे के भीत बहुमत साबित करने को कहा
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदुरप्पा ने कहा है कि वे शनिवार को विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर देंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बहुमत साबित करने के लिए उनके पास पर्याप्त संख्या है। इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने भी विश्वास मत जीतने के प्रति आश्वस्त दिखे।
गौरतलब है कि कर्नाटक में भाजपा नेता बीएस येदुरप्पा को सरकार बनाने के लिए न्यौता देने के राज्यपाल वजुभाई वाला के फैसला के खिलाफ कांग्रेस और जेडीएस ने उसी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसे हाल के दिनों में बदनाम करने का कोई भी विकल्प नहीं छोड़ा। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार की रात को सुनवाई के दौरान येदुरप्पा के शपथग्रहण पर रोक लगाने से मना कर दिया। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल वजुभाई वाला के बहुमत साबित करने के लिए दिए 15 दिन के समय के फैसले को जरूर बदल दिया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में यदियुरप्पा को महज 48 घंटे के अंदर विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने का आदेश दिया है। वैसे तो सुनवाई के दौरान भाजपा के वकील ने सुप्रीम कोर्ट से सोमवार तक का समय मांगा था, लेकिन कोर्ट ने उनकी बात नहीं मानी।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को शिरोधार्य कर भाजपा शनिवार को अपना बहुमत साबित करने को तैयार है। येदुरप्पा अपना बहुमत साबित कर पाते हैं या नहीं ये तो बाद की बात है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानकर उन्होंने जरूर न्यायपालिक के प्रति अपनी आस्था दोहराई है। वहीं कांग्रेस की दोहरी नीति एक बार फिर सामने आई है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज उसकी प्रशंसा में कसीदे पढ़ रहे हैं, लेकिन वही राहुल गांधी और कांग्रेस है जो पिछले दिनो इसी सुप्रीम कोर्ट को बदनाम और मुख्य न्यायाधीश को अपमानित करने का कोई विकल्प नहीं छोड़ा। कांग्रेस की पुरानी आदत है कि अगर फैसले उसके हक में आएं तो ठीक नहीं तो सारी लोकतांत्रिक संस्थाएं अलोकतांत्रिक काम करने लगती हैं।
URL: Who will win Karnataka Floor Test?
Karnataka Floor Test, Supreme Court, Yeddyurappa, BJP, Karnataka Legislative Assembly, Karnataka, BJP, Congress, JDS, कर्नाटक फ्लोर टेस्ट, सुप्रीम कोर्ट, येदियुरप्पा, बीजेपी, कर्नाटक विधानसभा