जो कांग्रेस आज इतने पारदर्शी तरीके से हुए राफेल डील पर एनडीए सरकार पर सवाल उठा रही है वह देश को बोफोर्स घोटाले का सच क्यों नहीं बता रही है? जबकि सीएजी (कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) ने अपनी रिपोर्ट में सारा सच उजागर कर रखा है। यह वही बोफोर्स घोटाला है जो रक्षा सौदे में अभी तक के सबसे बड़े घोटाले के रूप में जाना जाता है। एक बार फिर हम आपको कांग्रेस सरकार की उस करतूत के बारे में बता रहे हैं जिस कारण देश को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था।
मुख्य बिंदु
* अपने लोगों को ज्यादा दलाली दिलाने के लिए तत्कालीन राजीव गांधी सरकार ने देश में होने वाले निवेश से समझौता कर लिया
* कांग्रेस ने खानापूर्ति के लिए स्वीडन सरकार से 59 प्रतिशत उन चीजों के निर्यात का सौदा किया जो पहले से जारी थे
बोफोर्स तोप सौदा 1987 में तत्कालीन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने स्वीडन से किया था। हालांकि उस समय में ऑफसेट सौदे का रूप अलग था। ऑफसेट सौदा आयात-निर्यात के रूप में तय होता था। यानि जिस देश से रक्षा सौदा होता था उससे निर्यात-आयात पर भी समझौता होता था। कहने का मतलब यह कि रक्षा सौदा तय होने के साथ ही यह भी तय कर लिया जाता था कि इस सौदे के एवज में देश में कितना निवेश होगा और किस-किस चीजों का आयात या निर्यात किया जाएगा। जब स्वीडन से बोफोर्स तोप का सौदा तय हुआ था उस समय ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट के रूप में आयात-निर्यात वस्तु भी तय हुई थी। लेकिन कांग्रेस सरकार ने दलाली खाने के चक्कर में अपने देश को नुकसान पहुंचाकर सिर्फ स्वीडन को लाभ पहुंचा दिया।
सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में बता चुका है कि उस समय ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट के तहत निर्यात होने वाली 59 प्रतिशत वही चीज शामिल कर दी गई जो स्वीडन को पहले से निर्यात की जा रही थी। इस का नतीजा यह निकला कि स्वीडन को निर्यात दर 1987-88 की तुलना में 1988-1989 में काफी घट गया। जबकि बोफोर्स सौदा तय होने के बाद निर्यात दर बढ़नी चाहिए थी। सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी खुलासा कर रखा है कि उस सौदे से भारत को काफी नुकसान हुआ था। बोफोर्स दलाली की बात तो वैसे भी जगजाहिर है। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अपने लोगों को ज्यादा दलाली देने के कारण बोफोर्स तोप सौदे के तहत भारत में होने वाले निवेश के साथ समझौता कर लिया। एनडीए सरकार पर सवाल खड़ा करने से पहले कांग्रेस को अपने पुराने पाप का भी तो हिसाब देना चाहिए।
URL: Why Congress is not telling the truth about Bofors scam in CAG report?
Keywords: CAG, Bofors scandal, Bofors case, congress scams, rajiv gandhi, CAG Report on bofors, सीएजी, बोफोर्स घोटाला, बोफोर्स केस, कांग्रेस घोटाले, राजीव गांधी, बोफोर्स पर सीएजी रिपोर्ट