विपुल रेगे। एजाज ख़ान को ड्रग्स मामले में मुंबई से गिरफ़्तार किया गया है। मीडिया बता रहा है कि एजाज ख़ान के संबंध किसी बड़े ड्रग माफिया से है। इसके पहले भी उन्हें प्रतिबंधित ड्रग्स रखने के आरोप में गिरफ़्तार किया जा चुका है। एजाज़ की गिरफ़्तारी ये तय नहीं करती कि हिन्दी फिल्म उद्योग उसे आगे रोजगार नहीं देगा। एजाज दागी होने के बावजूद बॉलीवुड का हिस्सा बने हुए हैं, जैसे भारती सिंह और उनके कॉमेडियन पति को सामाजिक प्रतिष्ठा भंग होने के बाद और अधिक काम मिलने लगा है।
बॉलीवुड में काम करने वालों की सामाजिक प्रतिष्ठा का हनन अब मायने नहीं रखता। अब तो ये हो गया है कि यदि आपकी फ़िल्में नहीं चल रही, यदि आपको सीरियल में काम नहीं मिल रहा तो आप ड्रग्स केस में गिरफ्तार हो जाइये। आपको काम भी मिलेगा और इंडस्ट्री की सहानुभूति मुफ्त में मिल जाएगी।
एजाज ख़ान ने टीवी इंडस्ट्री के माध्यम से मनोरंजन उद्योग में कदम रखा था। वे बाद में बिग बॉस और खतरों के खिलाड़ी में भी दिखाई दिए थे। एजाज धर्म विशेष को लेकर अपने भड़काऊ वीडियो के कारण भी विवादों में रहते हैं। सन 2018 में उनको ड्रग्स मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने गिरफ़्तार किया था।
उसके बाद उनको सोशल मीडिया पर भड़काने वाला वीडियो डालने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था। इस तरह एजाज तीन बार गिरफ़्तार किये जा चुके हैं। इस अभिनेता की तीन गिरफ्तारी के बावजूद इसे काम मिल रहा है। एजाज आने वाले दिनों में अक्षय कुमार की फिल्म बेलबॉटम और एक अन्य फिल्म किस्मत में दिखाई देने वाले हैं।
अब तक बॉलीवुड में ऐसी नैतिकता नहीं देखी गई है कि दागी सितारे का बॉयकॉट कर दिया जाए। सुशांत सिंह राजपूत केस में मुख्य आरोपी अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती की फिल्म चेहरे प्रदर्शित होने जा रही है। रिया पर एनसीबी और सीबीआई ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनकी छवि आम जनता में ठीक नहीं है लेकिन फिल्म के प्रोमो में उनको दिखाया गया है।
क्या निर्देशक को इस बात का डर नहीं है कि रिया की सामाजिक छवि उनकी फिल्म को बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसा ही भारती सिंह और उनके पति हर्ष लिंबाचिया का मामला है। एनसीबी ने उन्हें प्रतिबंधित ड्रग्स रखने के आरोप में जेल भेज दिया था। ज़मानत पर रिहा होने के बाद पति-पत्नी को काम मिलने में कोई समस्या नहीं हुई।
कपिल शर्मा शो और इंडियन आइडियल में दोनों पति-पत्नी को काम मिलता रहा। इन दोनों ने तो अपने शो पर कई बार एनसीबी की गिरफ्तारी का मज़ाक बनाया। हम देख पा रहे हैं कि फिल्म उद्योग में सामाजिक प्रतिष्ठा की महत्ता कुछ भी नहीं रही है।
ड्रग्स आरोप में फंसी भारती जब दर्शकों के सामने आती हैं और कॉमेडियन अभिषेक कृष्णा उनका पुरजोर समर्थन करते हैं तो वे ये भूल जाते हैं कि वे हिस्ट्री चैनल पर एक ऐसा कार्यक्रम होस्ट करते हैं, जिसके अधिकांश दर्शक बच्चे हैं। एजाज खान को कुछ दिन में ज़मानत मिल ही जाएगी और वे फिर फिल्मों में काम करेंगे, विवादित वीडियो पोस्ट करेंगे लेकिन उनके रोजगार पर कोई आंच नहीं आएगी।
ऐसी परंपरा बन गई है कि यदि आप ड्रग्स के मामले में पकड़े जाते हैं तो आपको इंडस्ट्री और अधिक काम देगी। ऐसा लगता है कि एनसीबी के बॉलीवुड के नशे के छत्तों तक पहुँचने के बाद केंद्रीय एजेंसियों के प्रति शत्रुता का भाव पैदा हो गया है। वे रिया चक्रवर्ती को काम दे रहे हैं, वे भारती सिंह को काम दे रहे हैं, वे एजाज खान को भी काम दे रहे हैं।
बॉलीवुड एक संकेत दे रहा है कि उनके कलाकार ड्रग्स केस में लिप्त हो या उन पर किसी की मृत्यु का आरोप लगा हो, वे लोग कभी बेरोजगार नहीं होंगे। नशे को लेकर बॉलीवुड इतना उदार क्यों है।
बाली बुड के हमाम में सब नंगे हैं, महलाओ पर जोक मारकर हसना भी तो नशा और एडिक्शन हैं जो पब्लिक को लग गया