अर्चना कुमारी । पहले कानपुर सुलगा अब बरेली में तनाव है। इसके अलावा कुछ अन्य जिलों में भी मुस्लिम चरमपंथी भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा द्वारा मोहम्मद साहब पर कथित टिप्पणी के विरोध में सड़क पर प्रदर्शन करने की घोषणा की है। बताया जाता है कि इसी मुद्दे को लेकर कानपुर में प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में 35 लोग घायल हुए जबकि बम बाजी -पत्थरबाजी हुई और दर्जनभर गाड़ियां तोड़ी गईं।
शुक्रवार को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद सड़क पर अचानक हजारों मुस्लिम उतर आए और उन लोगों ने पथराव और बमबाजी कर दी। बताया जाता है कि भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियां तोड़ दीं। इस घटना की वजह से 35 लोग जख्मी हो गए। जबकि पुलिस ने 22 लोगों को हिरासत में ले लिया। हालात इतने बिगड़ गए कि प्रभावित इलाकों में अघोषित कर्फ्यू लगा दिया गया ।
तनाव के बीच भारी संख्या में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को मौके पर मौजूद किया गया जबकि अभी भी हालात तनाव पूर्ण बताए जाते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हालात जानने के बाद पुलिस कमिश्नर को फोन कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए । कानपुर में हुई हिंसक झड़प की घटना पर यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि अब तक 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है ।
जबकि इन आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।दरअसल शुक्रवार को मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बंदी का आह्वान किया गया था। सुबह से ही यतीमखाना, नई सड़क, मूलगंज, बेकनगंज और चमनगंज सहित अधिकांश मुस्लिम इलाकों के बाजार बंद थे। दोपहर दो बजे जैसे ही जुमे की नमाज खत्म हुई तो देखते ही देखते भारी भीड़ परेड और नवीन मार्केट बंद कराने के लिए नई सड़क पर उतर पड़ी और इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने इसका विरोध किया, जिस पर पथराव की गई। इस दौरान पेट्रोल बम फेंके गए और कई लोग जख्मी हुए। बवाल उस वक्त हुआ जब पीएम मोदी और राष्ट्रपति के आने के चलते शहर में काफी सुरक्षा व्यवस्था थी।