आईएसडी नेटवर्क। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डाइरेक्टर समीर वानखेड़े ने मुंबई पुलिस पर गैरकानूनी ढंग से पीछा करने का आरोप लगाया है। वानखेड़े ने ये शिकायत राज्य के डीजीपी से की है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी केंद्रीय एजेंसियों के साथ महाराष्ट्र सरकार और पुलिस-प्रशासन के साथ विवाद की घटनाएं देखने में आई है। सूत्रों के अनुसार ओशीविरा पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों ने वानखेड़े का पीछा किया था। ये पुलिसकर्मी उनके पीछे सिमेट्री तक गए थे। समीर वानखेड़े की माँ का देहांत होने के बाद वे हमेशा वहां जाते हैं।
जानकारी के अनुसार समीर वानखेड़े ने सोमवार को महाराष्ट्र के डीजीपी से भेंट की और उन्हें इस बारे में बताया। उन्होंने शिकायत करते हुए बताया कि कुछ पुलिसकर्मी उन पर निगाह रख रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व में पहले भी समीर वानखेड़े पर प्राणघातक हमला हो चुका है।
गत वर्ष नवंबर में जब वानखेड़े और उनकी टीम मुंबई के गोरेगांव में छापेमारी करने पहुंची थी तो वहां के ड्रग पैडलर कैरी मेंडिस के साथियों ने उनकी टीम पर हमला कर दिया था। इस हमले में वानखेड़े को मामूली चोट आई लेकिन उनके साथ के दो अधिकारी गंभीर रुप से घायल हो गए थे। उल्लेखनीय है कि समीर वानखेड़े इस समय एक महत्वपूर्ण ड्रग्स केस पर काम कर रहे हैं।
इस केस में शाहरुख खान का बेटा गिरफ्तार होने के बाद से राजनीतिक रुप से मुंबई उबल रही है। नेशनल कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने भी समीर वानखेड़े के विरुद्ध मोर्चा खोला हुआ है। मलिक बहुत गंभीर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने इस केस को फ़र्जी बताते हुए जाँच की मांग कर डाली और वानखेड़े के कॉल रिकार्ड्स सार्वजनिक करने की मांग भी रख दी है।
समीर वानखेड़े ने डीजीपी को शिकायत के साथ ओशीविरा सिमेट्री के सीसीटीवी फुटेज भी सौंपे हैं, जिनमे वे पुलिसकर्मी दिखाई दे रहे हैं। ये जाँच का विषय है कि देश की प्रमुख केंद्रीय एजेंसी के मुख्य अधिकारी का मुंबई पुलिस द्वारा पीछा क्यों किया जा रहा है।