कांग्रेस अपने मुसलिम वोट बैंक को बचाने के लिए किस हद तक जा सकती है, इसी का नया खुलासा किया है विकीलीक्स ने। विकीलीक्स के खुलासे के अनुसार सोनिया गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ बांग्लादेशी घुसपैठियों से उसके हक में नया कानून लाने का वादा किया था। सोनिया गांधी ने ऐसा वादा नाराज बांग्लादेशी घुसपैठियों और मुसलिमों को अपनी ओर रिझाने के लिए किया था। जबकि सोनिया गांधी के पति स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 14 अगस्त 1985 को असम समझौता किया था। उसी समझौते के आधार पर आज राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर बना है। लेकिन इससे इतर सोनिया गांधी मुसलिम वोट बैंक बचाने के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों से उनके हक में कानून बनाने का वादा कर आई, जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ था।
मुख्य बिंदु
* विकीलिक्स ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बांग्लादेश घुसपैठियों को लेकर किया है नया खुलासा
* 2005 में आईएमडीटी कानून असंवैधिक ठहराए जाने के बाद कांग्रेस से नाराज हो गए बांग्लादेशी घुसपैठिए
अब जब राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर विवाद अपने चरम पर है तो नय-नए खुलासे भी सामने आने लगे हैं। विकीलीक्स ने यह खुलासा कोलकाता में रह अमेरिका कांसुलेट द्वारा 16 फरवरी 2006 को विकीलीक्स केबल पर लिखे आलेख के हवाले से किया है। उसका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में आईएमडटी (अवैध अप्रवासी निर्धारण न्यायाधिकरण) कानून को असंवैधानिक करार देते हुए उसे निरस्त कर दिया था। यह कानून इंदिरा गांधी ने 1983 में बांग्लादेशी घुसपैठियों को पहचानने और उसे देश से निकालने के लिए लाया था। लेकिन इसकी प्रक्रिया इतनी जटिल थी की यह कानून बांग्लादेशी घुसपैठियों का कवच बन गया था।
विकीलीक्स ने अपने खुलासे में बताया है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस कानून को निरस्त किए जाने को लेकर बांग्लादेशी घुसपैठिये और मुसलिम कांग्रेस से नाराज हो गए थे। 2006 में असम में विधानसभा चुनाव हुआ था। 2006 में ही विधानसभा चुनाव अभियान के दौरान कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बांग्लादेशी घुसपैठियों और मुसलिमों को अपने पक्ष में लाने के लिए उनसे वादा किया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह उनके हक में नया कानून लाएगी। सोनिया गांधी ने कहा था कि बांग्लेदेशी घुसपैठियों को देश से बाहर से निकालने से बचाने के लिए वह फारनर्स कानून में संशोधन करेगी या फिर नया कानून लाएगी।
विकीलिक्स द्वारा किए गए खुलासे के मुताबिक सोनिया गांधी ने अपने अभियान के दौरान कथा था कि मुसलिम हमेशा से कांग्रेस के पारंपरिक वोटर रहे हैं और वह इसे किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहती हैं। उन्होंने कहा था कि मुसलिम हमेशा से ही कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं। कांग्रेस भी हमेशा से उनके हक में रही है। इसलिए कांग्रेस बांग्लादेशी घुसपैठियों को बचाने के लिए जरूर कानून में संशोधन करेगी या फिर जरूरत पड़ने पर नया कानून लेकर आएगी। मालूम हो कि उस समय असम विधानसभा में कांग्रेस के 13 मुसलिम विधायक थे। सोनिया गांधी को लेकर विकीलीक्स के खुलासे की पुष्टि पूर्व कांग्रेस सांसद किरीप चलीहा ने भी की है। उनका कहना है कि सोनिया गांधी ने बांग्लादेश घुसपैठिये को लेकर 2006 में इस प्रकार का भाषण दिया था कि नहीं यह तो अभी याद नहीं है लेकिन कांग्रेस हमेशा से ही आईएमडीटी के पक्ष में थी। उन्होंने यह भी कहा है कि वह व्यक्तिगत स्तर पर एनआरसी के पक्ष में थे।
इसका मतलब है कि कांग्रेस और सोनिया गांधी अपने मुसलिम वोट बैंक को मजबूत करने के लिए बांग्लेदेशी घुसपैठिये को कानूनी जामा पहनाना चाहती थी। जो काम अभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करना चाहती है। तभी तो बांग्लादेशी घुसपैठियों की कांग्रेस से कहीं ज्यादा हमदर्द ममता बनर्जी बन रही हैं।
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URL: WikiLeaks Cable Reveals Sonia Gandhi’s Appeasement Of Bangladeshi infiltrators Votebank In Assam
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