अर्चना कुमारी । राजधानी में महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है तभी तो उस पर एसिड अटैक से लेकर रेप, छेड़छाड़ और हत्या तक कर दी जाती है। पिछले 24 घंटे के भीतर 2 महिलाओं की हत्या की गई और एक लड़की पर एसिड फेंका गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार शालीमार बाग इलाके में लूटपाट के दौरान एक महिला की हत्या कर दी गई।
मृतका की शिनाख्त रजनी मदान (57) के रूप में हुई है। जिस जिले में यह हत्या हुई है ,वहां पर महिला पुलिस कप्तान के तौर पर तैनात है ,महिला के बेटे चेतन मदान ने बताया है कि घर से करीब 40 लाख के गहने और पांच लाख रुपये कैश गायब है और बताया जाता है कि लूटपाट के चलते यह हत्या को अंजाम दिया गया।
शुरुआती जांच के बाद पुलिस का कहना है कि घर में फ्रेंडली एंट्री हुई है। वारदात में परिवार के करीबी का हाथ हो सकता है। जांच कार्रवाई में पता चला कि रजनी अपने परिवार के साथ बीबी-ब्लॉक, ईस्ट शालीमार बाग में तीसरी मंजिल पर रहती थीं। इनके परिवार में बेटा चेतन मदान (25) है। चार माह पूर्व रजनी के पति राजपाल मदान की मौत हो गई थी।
इनका बेटा नोएडा की एक कंपनी में प्राइवेट नौकरी करता है। चेतन दफ्तर चला गया लेकिन घर वापस आया तब उसे घटना की जानकारी हुई। घर का मेन गेट खुला हुआ था जबकि अंदर लकड़ी के दरवाजे पर बाहर से ताला लगा था। शक होने पर चेतन ने पुलिस को खबर दी। पड़ोसी भी वहां आ गए। पुलिस ने ताला तोड़ा तो अंदर घर का सारा सामान फैला हुआ था।
कमरे में बिस्तर पर कंबल से ढकी रजनी की लाश वहां मौजूद थी। ऐसा लग रहा था कि तकिया से मुंह दबाकर उनकी हत्या की गई।चेतन के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस को घर के आसपास की एक सीसीटीवी फुटेज मिली है, उसमें आरोपी कैद तो मिले हैं, लेकिन उनके चेहरे साफ नहीं है।
एक अन्य मामले में द्वारका जिला अंतर्गत बाबा हरिदास नगर इलाके में पारिवारिक और प्रॉपर्टी विवाद ने एक 45 साल की महिला की जान ले ली जबकि उसके भाई की हालत गंभीर बनी हुई है और वह हॉस्पिटल में भर्ती है। यहां पर महिला के भतीजे सुमित ने कई राउंड गोलियां चला दी। महिला मुकेश की मौके पर ही मौत हो गई थी।
जबकि गर्दन में गोली लगने के बाद कप्तान सिंह (55) को बहादुरगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात के बाद पुलिस ने देर रात आरोपी भतीजे मोनू उर्फ सुमित(34) को गिरफ्तार कर पिस्टल बरामद कर ली है। पुलिस को पता चला है कि प्रॉपर्टी विवाद में आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया ।
कप्तान सिंह परिवार के साथ बाबा हरिदास नगर के झाड़ौदा कलां गांव में रहते हैं। इनके परिवार में बुजुर्ग मां के अलावा बहन मुकेश थीं। अविवाहित कप्तान खेती करते हैं। मुकेश की बहादुरगढ़ में शादी हुई थी। पति की मौत के बाद उन्होंने भाई कप्तान के साथ ही रहना शुरू कर दिया था। मुकेश का एक 16 साल का बेटा था जिसकी ढाई माह पूर्व ही बीमारी से मौत हुई थी।
कप्तान के घर सामने उनके बड़े भाई जयसिंह का परिवार रहता है। जयसिंह के परिवार में दो शादीशुदा बेटियां व एक बेटा मोनू हैं। जयसिंह के बड़े बेटे काला की कई साल पहले मौत हो गई थी। काला के एक बेटा व बेटी को कप्तान पाल रहे हैं जबकि काला की पत्नी ने मोनू से शादी कर ली थी। जयसिंह और कप्तान के बीच ठीक संबंध नहीं थे।
घटना से राजधानी की कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई लगती है जबकि हाल ही में पुलिस आयुक्त के तौर पर नियुक्त होने पर कमिश्नर संजय अरोड़ा ने चाक-चौबंद सुरक्षा का दावा किया था