(संदीप देव को जिम्मेदारी)
झूठा – इतिहास व गंदी – शिक्षा , आधे- हिंदू हो गये भ्रष्ट ;
यही हैं जिम्मी , यही सेक्युलर , हिंदू – धर्म को करते नष्ट ।
ऐसे ही सब राजनीति में , शिक्षा , मीडिया , बॉलीवुड में ;
हिंदू का हर तरफ है शोषण , दोयम – दर्जा है भारत में ।
हम अब भी आजाद नहीं है , वरना हिंदू क्यों जिम्मी ?
तुष्टीकरण क्यों बढ़ता जाता ? सरकारें क्यों बनी निकम्मी ?
सरकारें क्यों मंदिर लूटें ? क्यों जेहादी को जजिया देतीं ?
सरकारें क्यों मंदिर तोड़ें ? क्यों मजहब को रक्षा देतीं ?
कदम- कदम पर पक्षपात है , हिंदू पर कितनी लगाम है ?
हर प्रोत्साहन जेहादी को , हर विभाग उनका गुलाम है ।
स्वाभिमान सोया हिंदू का ,झूठे इतिहास की स्लीपिंग पिल ;
यह साजिश गांधी नेहरू की,अब भी सरकारें क्यों पिलपिल
देश का नेता पतित हो चुका , पूरे दल को ले डूबेगा ;
इससे नहीं है कोई आशा , पूरा देश ही टूटेगा ।
सारे दल दुश्मन हिंदू के , जेहादी के गुलाम हैं ;
युद्ध को तत्पर हो जाओ हिंदू , वरना कत्लेआम है ।
हजार बरस से संहार चल रहा , जारी हिंदू-संहार है ;
हिंदू कट्टर नहीं बना तो , धर्म का उपसंहार है ।
कट्टर – हिंदूवादी दल को , अब हिंदू तत्काल बनाये ;
आवाहन है हर हिंदू का , इसको मूर्त रूप में लाये ।
कट्टर – हिंदूवादी दल ही , भारत को आजाद करेगा ;
वरना जिम्मी और जिहादी , भारत को बर्बाद करेगा ।
अपरिहार्य ही इसको समझो,वरना जीवन खत्म ही समझो ;
जगह-जगह होरहे हैं हमले,गजवायेहिंद का कहर ये समझो
कट्टर – हिंदूवादी दल को , कट्टरतम नेतृत्व चाहिये ;
सर्वोत्तम हैं “यति-नरसिम्हा”, उनसे आग्रह करना चाहिये ।
इसमें पहल करें सब हिंदू , “नरसिम्हा” हर हाल में लायें ;
ऐसा नेता पाकर हिंदू , अपनी संपूर्ण सुरक्षा पायें ।
“संदीप-देव” को जिम्मेदारी , “यति-नरसिम्हा” से बात करें ;
हर हालत में उन्हें मनाकर , हिंदू- दल श्री गणेश करें ।
“यति-नरसिम्हा” कर सकते हैं, भारत हिंदू – राष्ट्र बनायें ;
हजार बरस की जो ये गुलामी , हिंदू उससे मुक्ति पायें ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”
रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”