सरकारें कमजोर हैं इतनी , गजवायेहिंद से डरती हैं ;
शाहीन-बाग तक हटा न पातीं , रोड-जाम होने देती हैं ।
बदनसीब भारत है कितना ? अच्छे नेता नहीं मिले ;
खासतौर से हिंदू – नेता , सौ में नब्बे मादा निकले ।
हमें समझना इसका कारण , और निवारण करना है ;
गांधी- नेहरू इसकी जड़ में , केवल अय्याशी करना है ।
चरित्रहीनता प्रमुख है कारण , ब्लैकमेल ये होते हैं ;
ब्लैकमेल जब नेता होते , तब ऐसे ही होते हैं ।
चरित्र का संकट बहुत बड़ा है, इसी से देश भुगतता है ;
इसी से मंदिर टूट रहे हैं , जजिया देना पड़ता है ।
इसी से झूठा – इतिहास पढ़ाते , हमको मूर्ख बनाते हैं ;
इनकी भी थी शिक्षा ऐसी , मजहबवाद बढ़ाते हैं ।
हिंदू – धर्म विरोधी हैं ये , बहुत बड़े पाखंडी हैं ;
राष्ट्रद्रोह करते रहते हैं , ऐसे ही शिखंडी हैं ।
गांधी-नेहरू की साजिश पूरी थी , हिंदू-धर्म मिटाने की ;
पाकिस्तान इन्हीं के कारण , हिंदू- नरसंहार कराने की ।
अभी भी राजनीति में छाये , गांधी – नेहरू के चेले हैं ;
सब के सब कमजोर व कायर , हिंदू तो सदा अकेले हैं ।
गिने-चुने अच्छे नेता हैं , इनको राष्ट्र सौंपना है ;
योगी , हेमंता , अंकुर शर्मा , नेतृत्व इन्हीं को देना है ।
अंकुर शर्मा जम्मू से हैं , ” इकजुट-जम्मू” लाये हैं ;
“इकजुट-भारत” इसे बनाना , हिंदू-मन को भाये हैं ।
हमें चाहिये ऐसे ही नेता , चरित्रवान हों वीर-बहादुर ;
हिंदू – धर्म में पूरी दृढ़ता , हिंदू – राष्ट्र में पूरा आदर ।
दुनिया भर में मुल्क सैकड़ों , पूरे मजहबवादी हैं ;
हिंदू – देश एक है भारत , लगभग हिंदू – आबादी है ।
अब्राहमिक मजहबों से पहले , पूरी दुनिया हिंदू थी ;
चरित्रहीनता के ही कारण , बदली दुनिया जो हिंदू थी ।
हर – हिंदू अब ठान चुका है , चरित्रवान नेता को लाना ;
हिंदू – राष्ट्र बनेगा भारत , चरित्रहीनता को अब जाना ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”
रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”