अर्चना कुमारी। राजधानी स्थित उत्तरी जिले के सिविल लाइंस इलाके के बिल्डर रामकिशोर अग्रवाल की हत्या को लेकर दो नाबालिग आरोपी पकड़े गए । दबोचे गए दोनों आरोपी बिहार के मधुबनी के रहने वाले हैं और इन लोगों का कहना है कि उन्होंने यू ट्यूब और गूगल से इस वारदात को अंजाम देने के तौर तरीके सीखे थे । यूट्यूब से आरोपी ने सीखा कि कैसे बाइक चुराई जाती है तथा कैसे किसी की हत्या की जाती है और इस काम में उसकी मदद गूगल ने भी की थी ।
पुलिस का दावा है कि मुख्य आरोपी नाबालिग बिल्डर के घर काम कर चुका था और चोरी के चलते उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। जिसका बदला लेने के लिए उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी कैमरा एवं मेट्रो कार्ड की डिटेल की मदद से पुलिस उन्हें पकड़ने में कामयाब रही।
पुलिस का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के समीप रविवार की सुबह सिविल लाइन इलाके में कारोबारी राम किशोर अग्रवाल की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सिविल लाइन्स थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। मामले की जांच स्थानीय पुलिस के अलावा अपराध शाखा, मेट्रो पुलिस, स्पेशल सेल कर रही थी।
वारदात के तरीके से यह साफ हो गया था कि किसी परिचित ने वारदात को अंजाम दिया है। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि दोनों आरोपी एक दिन पहले बाइक पर यहां आए थे, लेकिन वापस वह बाइक से नहीं गए। आगे छानबीन में पता चला कि उन्होंने वारदात को अंजाम देने के बाद मेट्रो का इस्तेमाल किया है। इसलिए डीएमआरसी से भी मदद ली गई और इसके बाद मुख्य आरोपी को राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पकड़ा गया और उसके निशानदेही पर उसके दोस्त को भी मुकुंदपुर से गिरफ्तार कर लिया गया।
इनके पास से लूटी गई लगभग 11 लाख रुपये, कुछ डॉलर, गहने, घड़ियां आदि बरामद हो गई हैं। लूट की रकम से आरोपियों ने एक मोबाइल खरीदा था। वहीं एक नाबालिग ने कनॉट प्लेस आकर टैटू बनवाया था। विशेष आयुक्त दीपेंद्र पाठक ने बताया कि पुलिस अदालत से अपील करेगी कि इस मामले में दोनों आरोपियों को बालिग मानते हुए उन पर केस चलाया जाए।