कथित तौर पर फैक्ट चेक से जुड़ी वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर किसी तरह बाहर निकलना चाहता है। इसलिए उसने जमानत पाने की कोशिश शुरू कर दी है। लेकिन कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है। सूत्रों की माने तो विवादास्पद ट्वीट से धार्मिक विद्वेष, विदेशी फंडिंग, अपराधिक साजिश रचने के आरोपी मो जुबेर को पटियाला हाउस कोर्ट की cmm कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा।
इस बीच उसके खिलाफ नई धाराएं जोड़ी हैं। स्पेशल सेल ने जुबैर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी, 201 और एफसीआरए की धारा 35 की धारा को भी जोड़ा है। ऑल्ट न्यूज़ के सह-मालिक #MohammedZubair पर विदेशी अंशदान अधिनियम की धारा 35 के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह पाया गया है कि उन्होंने विदेशों से धन प्राप्त किया लेकिन इसकी घोषणा नहीं की।
FCRA की धारा 35 जोड़ने के अलावा, दिल्ली पुलिस ने #MohammadZubair के खिलाफ आपराधिक साजिश और सबूत 120B, 201 IPC को नष्ट करने के आरोप भी लगाए हैं।शनिवार को जुबैर को पुलिस हिरासत अवधि खत्म होने पर पटियाला हाउस कोर्ट के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट स्निग्धा सरवरिया की कोर्ट में पेश किया गया। जुबेर का वकील जमानत दिलाने की कोशिश किया जबकि दिल्ली पुलिस विरोध ।
गौरतलब है कि 28 जून को कोर्ट ने जुबैर को 02 जुलाई तक की पुलिस हिरासत में भेजा था। हनुमान पर टिप्पणी को लेकर जुबैर को 27 जून को गिरफ्तार किया गया था। जुबैर ने पुलिस हिरासत के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था। लेकिन 1 जुलाई को जुबैर की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने कोई भी राहत देने से इनकार कर दिया था। हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को इस बारे में जवाब दाखिल करने के लिए जरूर नोटिस जारी किया था। जुबैर की वकील वृंदा ग्रोवर ने कहा था कि दिल्ली हाई कोर्ट ने 2019 में जुबैर को सुरक्षा दी थी।
उस मामले में दिल्ली पुलिस ने जांच संबंधी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल किया था और कहा था कि जुबैर के ट्वीट में कुछ भी गलत नहीं है। उसके वकील का कहना था कि एफआईआर नंबर 194/2020 में जुबैर को नोटिस के जरिये 27 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया। 27 जून की शाम पांच बजे पूछताछ शुरू हुई। पूछताछ के बाद जुबैर को 4 साल पुराने अन्य मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। इस पर दिल्ली पुलिस ने कहा था कि आजकल फेमस होने के लिए धार्मिक विरोध का ट्रेंड बन गया है।
आरोपी के मोबाइल से सारे ऐप डिलीट कर दिए गए हैं। गिरफ्तार किए गए मोहम्मद जुबैर की कंपनी के बैंक खातों को भी पुलिस ने खंगाला है। इस दौरान उन्हें पता चला कि लगभग दर्जनभर देशों से उनके बैंक खाते में दो लाख रुपये से ज्यादा रकम भेजी गई है। जुबैर की कंपनी के बैंक खाते में जो रुपये आये थे, उसे लेकर जांच की गई है। पेमेंट गेटवे से पता चला कि बैंक खाते में पहुंची रकम में मोबाइल नंबर या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का आईपी एड्रेस विदेश में है।
अभी तक की जांच में पता चला है कि बैंकॉक, ऑस्ट्रेलिया, मनामा, नॉर्थ पोलैंड, सिंगापुर, विक्टोरिया, न्यूयॉर्क, इंग्लैंड, रियाद, शाहजहां, ईस्टर्न प्रोविंस, अबू धाबी, वॉशिंगटन, न्यू जर्सी, कैलिफोर्निया, टैक्सास, दुबई, स्कॉटलैंड आदि जगह से उसके खाते में 2 लाख 31 हजार 933 रुपये भेजे गए हैं। प्रावदा मीडिया के नाम से बने खाते में यह रकम आई है। सोशल मीडिया की मोनिटरिंग के दौरान यह पता चला है कि मोहम्मद जुबेर की गिरफ्तारी को लेकर सपोर्ट करने वाले अधिकांश ट्विटर हैंडल मिडिल ईस्ट देशों से संबंध रखते हैं। इनमें यूएई, बहरीन, कुवैत और पाकिस्तान जैसे देश शामिल हैं। इसे लेकर भी पुलिस टीम छानबीन कर रही है।