Archana Kumari. वह किसी की बेटी थी और किसी की मां भी । लेकिन जब वह कोमा में चली गई तब एक दिन ऐसा भी वक्त आया जब तन्वी करीब दो माह तक जिंदगी के लिए जंग लड़ते-लड़ते मौत के मुंह में अचानक समा गई । उसके मरने पर सब दुखी है क्योंकि तन्वी अपने मां-बाप की प्यारी बिटिया थी।
लेकिन ससुराल पक्ष का कहना था कि तन्वी ने फांसी लगाई, वहीं मायके वालों ने पति व ससुराल पक्ष पर उसकी गला घोंटकर हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने काफी दबाव के बाद उसके पति को हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया लेकिन तन्वी की मौत एक राज बनकर रह गई है ।
पुलिस का कहना है कि मामला घरेलू विवाद का हो सकता है क्योंकि पति पत्नी संबंध सामान्य नहीं थे। तन्वी का पति अभिषेक एमसीडी में इंजीनियर है जबकि उसकी बहन व जीजा दिल्ली की अदालत में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट हैं।
अब पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई करने की बात कर रही है। जांच कार्रवाई में पुलिस को पता चला है कि तन्वी अपने पति अभिषेक के साथ बंगलो रोड, रूप नगर में रहती थी।
उसका मायका नोएडा सेक्टर-134, जेपी विश टाउन का है। पुलिस की माने तो अभिषेक और तन्वी की 2008 में शादी हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं और पुलिस बच्चों से भी इस बारे में पूछताछ कर सकती है।
तन्वी की मां सुनीता का कहना है कि कि शादी के बाद से अभिषेक उनकी बेटी को परेशान करने लगा था। उसे छोटी-छोटी बातों पर पीटा जाता था, इसके अलावा कोई और ढंग से उसे प्रताड़ित किया जाता था।
26 दिसंबर को उनको सूचना मिली कि बेटी ने बाथरूम में फांसी लगा ली है। इस जानकारी पर उनका परिवार फौरन अस्पताल पहुंचा। मौके पर मौजूद तन्वी की हालत गंभीर होने पर उसे गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सुनीता ने महिला आयोग समेत अन्य जगह शिकायत दी। काफी दबाव बनाने के बाद पुलिस ने इस संबंध में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर पति को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को जांच में पता चला है कि अभिषेक के पिता अशोक कुमार भी दिल्ली नगर निगम में डीसी (उपायुक्त) थे।
सुनीता का आरोप है कि चूंकि परिवार काफी प्रभावशाली है, इसलिए पुलिस जानबूझकर मामले में ढिलाई बरत रही है। वहीं पुलिस का कहना है कि अभिषेक को मामले में गिरफ़्तार कर लिया गया था। अब तन्वी की मौत के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाइ की जाएगी।