2005 में शंकर शरण जी का नाथूराम गोडसे पर लिखा लेख, जो आज भी होता है बार-बार वायरल !
डॉ. शंकर शरण । नाथूराम गोडसे के नाम और उनके एक काम के अतिरिक्त लोग उन के बारे में कुछ नहीं जानते। एक लोकतांत्रिक देश में यह कुछ रहस्यमय बात है। रहस्य का आरंभ...
डॉ. शंकर शरण । नाथूराम गोडसे के नाम और उनके एक काम के अतिरिक्त लोग उन के बारे में कुछ नहीं जानते। एक लोकतांत्रिक देश में यह कुछ रहस्यमय बात है। रहस्य का आरंभ...
जब भारत आजाद हुआ, उस वक्त सिक्किम एक रियासत हुआ करता था। शुरुआत में सिक्किम को भारत में मिलाने की बात सरदार पटेल ने की थी लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने चीन...
गौरव गौड़। एक फ्रांसीसी पत्रकार फ्रांसिस गुइटर की रिपोर्ट है जिसके मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं : दिल्ली के 50 शुलभ शौचालयों में तकरीबन 325 सफाई कर्मचारी हैं। यह सभी ब्राह्मण वर्ग के हैं। दिल्ली...
उमेश चतुर्वेदी । आज बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती है…उन्हें ही संविधान के जनक के तौर पर स्वीकार कर लिया गया है….लेकिन संविधान के निर्माण से जुड़ी कुछ तथ्यों को जानना जरूरी है…...
बिहार को अगर एक आम समझिए, तो इसकी एक फाँक (टुकड़ा) है मिथिला। यहीं पैदा हुए थे ललित नारायण मिश्र (Lalit Narayan Mishra)। सहरसा जिले के बलुआ बाजार में। मिथिला में ललित नारायण मिश्र...
Sonali Misra. क्या ग्रांड ट्रंक रोड वाकई शेरशाह सूरी ने बनाई थी? यह प्रश्न आपके मन में बार बार इसलिए कौधना चाहिए क्योंकि यही वाक्य हमें इतिहास में सिखाया जाता है। पर भारत का...
जब भारत पर से अंग्रेज़ी शासन हटने की बात आती है, तो अधिकांश लोगों के ज़ेहन में गांधी की छवि उतर आती है. और ऐसा होना लाज़िमी भी है. जितनी भी स्कूली पुस्तकों में...
देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चीन की स्थायी सदस्यता के लिए किस तरह अंतरराष्ट्रीय लाॅबिंग की थी, यह कल आपने इंडिया स्पीक्स डेली पर पढ़ा। आज आपको...
कल चौथी बार चीन ने सुरक्षा परिषद में पाकिस्तानी आतंकवादी व जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर के पक्ष में वीटो का इस्तेमाल कर भारत द्वारा उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की कोशिशों को रोक...
महात्मा गांधी व लालबहादुर शास्त्री- दोनों की जयंती एक ही दिन होती है। दोनों में कुछ बातें समान थीं, जैसे- दोनों बेहद सादगी से जीते थे और दोनों स्वयं के प्रति ईमानदार थे। दोनों...
शास्त्री की मौत को लेकर हाल-फिलहाल तीन गंभीर प्रयास किए गये हैं। पहला, केंद्रीय सूचना आयोग ने शास्त्री जी के अंतिम संस्कार और पोस्टमार्टम के बारे में जानकारी मांगने को सही बताते हुए इसे...
1962 का साल भारत भूमि की देह पर बड़ी सी खरोंचे छोड़ गया था। पड़ोसी ने पीछे से वार किया। देश का तत्कालीन प्रधानमंत्री चीन की मक्कारी भांपने में नाकाम रहा। नाकामी ऐसी कि...
रामबहादुर राय। राजनारायण और इंदिरा गांधी में एक समानता है। सिर्फ एक ही। नहीं तो ये दोनों राजनीति के दो समानान्तर पथ हैं। जो मिलते नहीं, साथ–साथ अपने–अपने जीवन मूल्यों से संचालित होते रहे...
देश के लोकतंत्र पर आघात करने वाला आपाताकाल को लगे हुए 43 साल गुजर गए, लेकिन देश के लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए वह नजारा आज भी याद आ ही जाता है। आपातकाल...
कर्नाटक प्रकरण को लेकर आज-कल लोकतंत्र और उसकी हत्या का शोर हर जगह मचा है! शोर मचाने वालों में कांग्रेस और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी सबसे आगे दिखते हैं! जबकि कांग्रेस के इतिहास पर...
दयानंद पांडेय। फर्क यही है कि जिन्ना देश तोड़ने में तभी सफल हो गए थे! अंबेडकर अब सफल होते दिख रहे हैं। जिन्ना के पाकिस्तान की ही तरह दलितिस्तान का मुद्दा अंबेडकर ने उठाया...
रामेश्वर मिश्र पंकज। एक विचित्र स्थिति पैदा हो गई है, हम सभी जानते हैं कि ऋषियों और ब्राह्मणों के कुल में ही राक्षस भी हुए हैं परंतु आधुनिक शिक्षा के असर से इस तथ्य...
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने धमकी दी है कि यदि इस राज्य से धारा-35ए हटाया जाएगा, तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे! यानी वह भारत गणराज्य और देश के संविधान को धमकी...
कविता नायर-फोंडेकर। फिलहाल यह कहना कठिन है कि अयोध्या मसले को आपसी बातचीत से सुलझाने की कोई कोशिश होगी या नहीं, लेकिन यह स्पष्ट है कि जब भी ऐसी कोई बातचीत होगी तो कुछ...
अविनाश वाजपेयी। साठ के दशक में नेहरू के आंकलन के विपरीत चीन सिंगकियांग तिब्बत रोड के पश्चिम में सत्तर मील आगे बढ़ आया और चार हज़ार वर्ग किलो मीटर का क्षेत्र अपने कब्जे में...