वसंत पंचमी कथा!
वसंत पंचमी कथा! सरस्वति महाभागे विद्ये कमललोचने ।विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते ॥ सृष्टि के प्रारंभिक काल में भगवान विष्णु की आज्ञा से ब्रह्माजी ने मनुष्य योनि की रचना की, परंतु वह अपनी सर्जना...
वसंत पंचमी कथा! सरस्वति महाभागे विद्ये कमललोचने ।विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते ॥ सृष्टि के प्रारंभिक काल में भगवान विष्णु की आज्ञा से ब्रह्माजी ने मनुष्य योनि की रचना की, परंतु वह अपनी सर्जना...
विकास थपलियाल। सरस्वती वंदना ॐ रवि-रुद्र-पितामह-विष्णु-नुतं, हरि-चन्दन-कुंकुम-पंक-युतम्!मुनि-वृन्द-गजेन्द्र-समान-युतं, तव नौमि सरस्वति! पाद-युगम्।।१शशि-शुद्ध-सुधा-हिम-धाम-युतं, शरदम्बर-बिम्ब-समान-करम्।बहु-रत्न-मनोहर-कान्ति-युतं, तव नौमि सरस्वति! पाद-युगम्।।२कनकाब्ज-विभूषित-भीति-युतं, भव-भाव-विभावित-भिन्न-पदम्।प्रभु-चित्त-समाहित-साधु-पदं, तव नौमि सरस्वति! पाद-युगम्।।३मति-हीन-जनाश्रय-पादमिदं, सकलागम-भाषित-भिन्न-पदम्।परि-पूरित-विश्वमनेक-भवं, तव नौमि सरस्वति! पाद-युगम्।।४सुर-मौलि-मणि-द्युति-शुभ्र-करं, विषयादि-महा-भय-वर्ण-हरम्।निज-कान्ति-विलेपित-चन्द्र-शिवं, तव नौमि सरस्वति! पाद-युगम्।।५भव-सागर-मज्जन-भीति-नुतं, प्रति-पादित-सन्तति-कारमिदम्।विमलादिक-शुद्ध-विशुद्ध-पदं, तव नौमि...
हर हर महादेव और सतश्री अकाल के जयघोष से गुंजा शिवशक्ति धाम डासना आज 23 जनवरी 2023 को शिवशक्ति धाम डासना में इतिहास पुनः जीवन्त हुआ, वर्तमान को एक नया आयाम मिला, भविष्य की...
बागेश्वर धाम और वहाँ के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने कथित चमत्कारों के लिए विवादों में हैं। उन पर समाज में अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगा है। धीरेंद्र शास्त्री ने इन अंधविश्वास फैलाने के...
सुमंत विद्वांस (वाल्मीकि रामायण ) भरत जी अपने मामा के साथ जाते समय भाई शत्रुघ्न को भी साथ ले गए थे। उनके मामा युधाजित् अश्वयूथ के अधिपति थे। उनके राज्य में दोनों भाइयों का...
सुमंत विद्वांस (वाल्मीकि रामायण)महाराज दशरथ जी के चारों पुत्रों एवं वधुओं के स्वागत् में पूरी अयोध्यापुरी को बहुत सुन्दर सजाया गया था। चारों ओर ध्वज और पताकाएँ फहरा रही थीं। सड़कों पर जल का...
आज शिवशक्ति धाम डासना में सभी सनातन धर्मावलंबियों को जगद्जननी माँ जगदम्बा व महादेव की अखण्ड भक्ति की प्राप्ति,सद्बुद्धि की प्राप्ति, सनातन धर्म की रक्षा, सनातन धर्म के मानने वालों के घर परिवार सहित...
आज शिवशक्ति धाम डासना में सौभाग्यवती बहनों द्वारा भव्य कलशयात्रा के साथ 111 दिवसीय शिवशक्ति महानुष्ठान का शुभारंभ हुआ।आज कलशयात्रा में गाज़ियाबाद के हर हिस्से से आई सौभाग्यवती बहनों ने बड़े उत्साह से भाग...
संक्रांति काल का अर्थ है एक से दुसरे में जाने का समय. अंग्रेजी में इसे ट्रांजिशन भी कह सकते है. हम में से ज्यादातर लोग हमेशा से 14 जनवरी को मकर संक्रांति मनाते आ...
सारा कुमारी । (सनातन ही जीवन) SM के प्रादुर्भाव से आजकल हर तरफ़ चर्चा हो रही है, वाद विवाद हों रहा है, एक तरह का वाक युद्ध हो रहा हैं। हर आम आदमी को...
स्वामी रमणानन्द तत्त्वदर्शी स्वामी विवेकानन्द को वास्तव में ख्याति अमेरिका के शिकागो नगर में 11 से 27 सितम्बर, 1893 तक चले विश्व धर्म सम्मेलन में हिन्दू धर्म की विशालता की उत्कृष्ट व्याख्या करने के...
आज शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी कार्ष्णि स्वामी अमृतानंद जी महाराज के साथ यूनाइटेड नेशन्स आर्गेनाईजेशन जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचो तक हिन्दू नरसंहार की पहुँचाने...
संदीप देव । कुछ लोग झुंड बांधकर वाल्मीकि रामायण के प्रक्षिप्त उत्तरकांड को सही साबित करने के लिए पिछले काफी दिनों से ISD के विभिन्न प्लेटफार्म पर आकर कुतर्क कर रहे हैं। इनकी लगातार...
आशंका है कि पूरा पहाड़ ही अलकनंदा के भीषण प्रवाह में समा सकता है।
सुमंत विद्वांस । प्रज्वलित अग्नि के समान भयानक प्रतीत होने वाले भगवान् परशुराम को देखकर वहाँ उपस्थित सभी ऋषि-महर्षि विचार में पड़ गए कि उनके आगमन का कारण क्या है? कहीं वे अपने पिता...
सुमंत विद्वांस मिथिला में विवाह की बातचीत तय हो ही रही थी कि भरत के मामा युधाजित भी वहाँ आ पहुँचे। उन्होंने दशरथ जी को प्रणाम करके कहा, “महाराज! केकय नरेश ने आपका कुशल...
सुमंत विद्वांस राजा जनक की आज्ञा मिलते ही उनके मंत्री व दूत अयोध्या के लिए निकले। रास्ते में तीन रात विश्राम करते हुए वे चौथे दिन अयोध्या पहुँचे और उन्होंने वृद्ध महाराज दशरथ के...
सुमंत विद्वांस जनक जी की बात सुनकर महर्षि विश्वामित्र बोले, “राजन्! आप श्रीराम को अपना वह धनुष दिखाइए।” तब राजा जनक ने अपने मंत्रियों को आज्ञा दी, “चन्दन व मालाओं से सुशोभित वह दिव्य...
सुमंत विद्वांस (महर्षि वाल्मीकि रामायण) राजा सुमति की राजधानी विशाला नगरी में रात्रि व्यतीत करने के बाद अगले दिन प्रातःकाल वे लोग मिथिला की ओर बढ़े। मिथिला में पहुँचने पर जनकपुरी की सुन्दर शोभा...
प्रिय भक्तगण सादर प्रणाम निवेदन है कि विश्व के प्राचीनतम तीर्थो में से एक शिवशक्ति धाम डासना में 18 जनवरी 2023 से 5 मई 2023 तक हम सभी सनातन धर्मावलंबियों को जगद्जननी माँ जगदम्बा...