छुपे हुए सिनौली के रहस्य उजागर कर सकती है लिडार लेजर तकनीक
ये सभ्यता नगर संयोजन और पानी की आवक और निकासी के लिए वैज्ञानिक तरीके अपना रही थी।
ये सभ्यता नगर संयोजन और पानी की आवक और निकासी के लिए वैज्ञानिक तरीके अपना रही थी।
दो बड़ी चट्टानों के बीच से एक cut लगाया गया था। ये cut खोजियों के लिए सिरदर्द बना हुआ है।
[ हृदयनारायण दीक्षित ]: झूठ का अस्तित्व नहीं होता। स्वार्थी तत्व अपने हित साधन में झूठ का प्रचार करते हैं, लेकिन सत्य बार-बार अपना अस्तित्व प्रकट करता है। ऐसा ही एक झूठ ब्रिटिश सत्ता के समर्थक...
वे महाराज रैवतक थे, जिन्होंने सबसे पहले समुद्र से भूमि छीनकर ‘कुशस्थली’ का निर्माण किया। यहाँ समुद्र छीनने से अभिप्राय है कि उन्होंने वैज्ञानिक प्रक्रिया से भूमि अधिग्रहण किया। विष्णु पुराण और हरिवंशपुराण से...
जब सन 1940 में जर्मनी का वैज्ञानिक वार्नर हैसिनबर्ग नाभिकीय विखंडन पर काम कर रहा था और सफलता के करीब ही था। हिटलर को हैसिनबर्ग से बहुत आशाएं थी। जून की गर्मियों में एक...
नदियां न होती तो भारत न होता, वैदिक संस्कृति न होती और सनातन भी न होता। जब तक नदियां प्रवाहमान हैं, तब तक भारत भी चलायमान है। नदियों की बूंद-बूंद भारत के भाग्य को...
केरल का पद्मनाभस्वामी मंदिर विश्वभर में इसके लिए विख्यात है कि यहाँ की अकूत धन-संपत्ति को एक ऐसे रहस्यमयी कक्ष में बंद किया गया है, जिसकी रक्षा नागराज करते हैं। इस गुप्त ख़ज़ाने की...
“इतिहास में मेरा नाम तो रहेगा न?” मध्य प्रदेश में सिवनी जनपद में राजा जुझारू सिंह की पुत्री अपने पिता से कई बार यह प्रश्न पूछती थी। यह जो तलवारें इतना गरजती हैं, उनके...
कहते हैं कि अफवाहों की उम्र नहीं होती. अफवाहों के पैर नहीं होते, और हवा में वह कितने दिन तक रहेंगी, जबकि सत्य के पैर होते हैं, वह धीरे धीरे चलता है, ठोस होता...
१) द्रोण, युधिष्ठिर और दुर्योधन के युवराज के चयन के सवाल पर निष्पक्षता के आवरण में योग्यता पर मौन साध लेते हैं। लेकिन जब युद्ध हुआ तो आखिर में उन्हें एक पक्ष से युद्ध...
आज के महाभारत में एकलव्य के संबंध में जो आपने देखा, यदि वह पहले से जानते रहते तो वामपंथियों के उस झूठ को काट सकते थे, जिसका उपयोग कर वह SC/ST वर्ग को हिंदू...
भाग-1 पृथ्वी ने अपने गर्भ में आश्चर्यजनक रहस्य समेट रखे हैं। इसकी देह पर अनेक संस्कृतियां जन्मी और समय के प्रवाह में खो गई। आज भी ठीक-ठीक ज्ञात नहीं है कि नदियों के किनारे...
विश्व के हर कोने में जब भी धरती खोदी जाएगी, नीचे से शिवाले ही प्राप्त होंगे। इस शिवलिंग की अनुमानित निर्माण तिथि आज से लगभग ढाई हज़ार वर्ष पूर्व की बताई जाती है। ये...
आजाद भारत का पहला बूथ कैप्चरिंग देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने करवाया था। आज उन्हीं का परनाती राहुल गांधी ईवीएम की जगह फिर से मतपेटी के जरिए मतदान कराना चाहता है और...
अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मिस्टर क्लीन’ राजीव गांधी का जीवनकाल ‘भ्रष्टाचारी नंबर वन’ के रूप में समाप्त हुआ था। ” इसके बाद प्रियंका वाड्रा ने प्रधानमंत्री को ‘सनकी’ और राहुल गांधी ने...
उपरोक्त हिंदी अनुवाद एस गुरूमूर्ति द्वारा 17 अप्रैल 2004 को न्यू इंडियन एक्सप्रेस में लिखे गए लेख का हिंदी अनुवाद है। हालांकि गुरूमूर्ति के उस लेख का वेब लिंक न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने हटा...
एक समय था जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन कुमार को 1984 में सिख विरोधी दंगा के दौरान सामूहिक हत्या मामले में सजा होने की बात सोचना भी अकल्पनीय था। ध्यान देने वाली बात...
अंग्रेज़ों के टुकड़ों पर पले और वामपंथी सोच के इतिहासकारों ने महमूद गजनवी के बारे एक झूठ प्रचारित किया है कि भारत में उसके सत्रह हमलों का उद्देश्य इस्लाम का प्रचार नहीं बल्कि हमारे...
छत्रपति शिवाजी महाराज के पास तीन अनूठी तलवारें थी। भवानी, जगदम्बा और तुलजा। जगदम्बा तलवार इंग्लैंड के म्यूजियम में रखी है लेकिन भवानी और तुलजा तलवार दो सौ साल से अधिक समय से...
जुआ, सुनकर थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन खेलने वाले के लिए इससे बड़ा कोई नशा नहीं। लेकिन क्या आपको पता है कि जुए का इतिहास क्या है? और क्या आपको पता है कि ऋग्वेद...