Archana Kumari. शादी के बाद एक महिला मां बन ना सकी । उसने मंदिर मस्जिद के दरवाजे पर मिन्नत मांगने के अलावा कई डॉक्टरों तक पहुंचकर अपना इलाज कराया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उसने पति के साथ मिलकर जो खौफनाक प्लान तैयार किया, उसके चलते दंपत्ति अब जेल के सलाखों के पीछे हैं।
दरअसल यह मामला पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास इलाके का है जहां निसंतान दंपत्ति से अगवा किए गए नौ माह के मासूम को पुलिस ने महज चंद घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने इस बच्चे को अगवा करने वाले दंपती को गिरफ्तार किया ।
पुलिस का कहना है कि इनकी पहचान शशि कुमार चौहान उर्फ समीर (24) और गरीमा उर्फ जूली (23) के रूप में हुई है। छानबीन में खुलासा हुआ है कि शादी के कई साल बाद भी दंपती के यहां कोई बच्चा नहीं था। आरोपी पीड़ित परिवार के पड़ोस में रहते थे।
इसी का फायदा उठाकर दोनों बच्चा बाहर घुमाने के बहाने उसे लेकर फरार हो गए। इसके बाद निसंतान दंपत्ति दोनों ने मुंडका में किराए का मकान भी ले लिया था। पुलिस दोनों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने बताया कि 16 अप्रेल को खजूरी खास थाने में अनम नामक महिला ने अपने नौ महीने के बेटे फैजान के गायब होने की सूचना पुलिस को दी थी।
पुलिस के समक्ष उपस्थित अनम ने बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाली महिला गरीमा उर्फ जूली उसे घुमाने ले गई थी। इसके बाद वह वापस नहीं लौटी। इस तरह के जानकारी के बाद पुलिस ने छानबीन के बाद फौरन अपहरण का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।
जांच में जुटी पुलिस की टीम आरोपी महिला के घर पहुंची तो पता चला कि उन्होंने 13 अप्रैल को अपने घर का सामान कहीं और शिफ्ट कर लिया है। इस तरह की महत्वपूर्ण जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल के समीप घटना वाले दिन की सीसीटीवी फुटेज की जांच की।
इसमें आरोपी महिला बच्चे को ले जाते हुए दिखाई दे रही थी। इस बीच जांच के दौरान पुलिस को उस ऑटो को पता चला कि जिस ऑटो से आरोपियों ने अपना सामान शिफ्ट किया था। पुलिस ने उसे ऑटो चालक की तलाश की। काफी प्रयासों के बाद उसका पता चल गया।
पूछताछ के दौरान ऑटो चालक ने बताया कि वह दंपती का सामान मुंडका इलाके के स्वर्ण पार्क में छोड़कर आया था। जिसके बाद उसी आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की। काफी प्रयासों के बाद पुलिस की टीम ने आरोपी महिला गरीमा उर्फ जूली और उसके पति शशि कुमार चौहान को दबोच लिया।
पुलिस टीम को उनके पास से बच्चा सकुशल बरामद हो गया। दिल्ली पुलिस को गरीमा ने बताया कि शादी के बाद उसके यहां कोई बच्चा नहीं था। जबकि उसे बच्चों का बहुत शौक था। वह यदि किसी का बच्चा देखती थी तो उसकी मां की ममता जाग उठती थी ।
इसलिए उसने अपनी पड़ोसी के बच्चे को अगवा करने की योजना बनाई और वारदात को अंजाम दे दिया। अपने बच्चों को पाकर अनम और उसका पति शहाबुद्दीन बेहद खुश है। दोनों पुलिस का धन्यवाद करते नहीं थक रहे हैं। लेकिन निसंतान अभागी मां और उसका पति अब जेल चला गया है।