अर्चना कुमारी । हरियाणा मेवात के नूंह स्थित पचगांव में अवैध खनन माफियाओं ने एक डीएसपी की जान ले ली । मृतक की शिनाख्त डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई के तौर पर की गई। पुलिस सूत्रों का दावा है जिस इलाके में यह घटना हुई, वहां पर खनन माफियाओं का सिक्का चलता है और उन लोगों ने डीएसपी पर डंपर चढ़ा दिया, जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई।
हैरत की बात यह है कि इस मुद्दे पर राजनीति गर्म हो गई है लेकिन बाद में मुठभेड़ के दौरान एक आरोपी इकरार को पकड़ लिया गया । उसके पैर में गोली लगी है और उसका उपचार किया जा रहा है जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को एक सूचना पर खनन रोकने गए गए डीएसपी सुरेंद्र सिंह जब अवैध पत्थर से भरे ट्रक को रोकने की कोशिश की तो खनन माफियाओं ने उन पर डंपर चढ़ा दिया, जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गए और बाद में तड़प तड़प कर मौके पर दम तोड़ दिया।
सूत्रों का कहना है कि घटना से कुछ देर पहले वह उप पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह ताबड़ू में थे और पहाड़ी में अवैध माइनिंग की सूचना पर छापा मारने गए थे। यह भी जानकारी मिली है कि इसी साल सुरेंद्र सिंह सेवानिवृत्त होने वाले थे और इस घटना के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं तथा साथ ही सरकार ने मृतक डीएसपी के परिवार को सरकारी नौकरी तथा एक करोड़ की राशि देने का ऐलान किया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि हरियाणा का मेवात और नूह एक मुस्लिम इलाका के तौर पर माना जाता है और यहां पर अवैध खनन माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि वो किसी भी पुलिसकर्मी को कुछ नहीं समझते। इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी चालक डीएसपी को कुचलकर मौके से फरार हो गया, लेकिन बाद में पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी , जिसमें डंपर का क्लीनर पकड़ा गया। पुलिस का दावा है कि मुख्य आरोपी को जल्द धर दबोचा जाएगा।
इस बीच पुलिस ने मौके पर पहुंचकर डीएसपी के शव को कब्जे में लिया और नूंह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। इस बीच हरियाणा में अवैध खनन माफिया द्वारा डंपर से कुचलने की खबर से हड़कंप मच गया है और राजनीतिक दलों ने प्रदेश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। सूत्रों का दावा है कि मृतक डीएसपी हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले थे। उनका अंतिम संस्कार हिसार के सारंगपुर में होगा जबकि मृतक डीएसपी सुरेंद्र सिंह के दो बच्चे हैं।
इन में से उनकी बेटी बैंगलुरु में एक बैंक में कार्यरत है जबकि बेटा कनाडा में पढ़ाई कर रहा है। बताया जाता है कि सुरेंद्र सिंह का छोटा भाई अशोक हरियाणा में ही को-ऑपरेटिव बैंक में कार्यरत है। उसने बताया कि भाई साहब आज घर आने वाले थे ,इस घटना के बाद परिजनों का रोते-रोते हाल बुरा है और उनके घर मातम पसरा है।
इस मामले में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने सख्त से सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं और उन्होंने कहा है कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए चाहे जितनी भी पुलिस फोर्स की जरूरत हो लगाई जाएगी, फिर चाहे आस-पास के जिलों से ही पुलिस क्यों ना बुलानी पड़े। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि हरियाणा में माफिया राज चल रहा है और इस सरकार में उन्हें संरक्षण मिल रहा है।
उनके अनुसार जब पुलिस ही हरियाणा में सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी की सुरक्षा कैसे होगी। इसके अलावा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा में डीएसपी की हत्या की न्यायिक जांच की मांग की है और इनेलो विधायक अभय चौटाला ने नूंह में हुई डीएसपी सुरेंद्र सिंह की हत्या के लिए हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के मुरैना में भी हरियाणा के नूह जैसी घटना हुई थी। साल 2012 था जब ड्यूटी में तैनात युवा ऑफिसर नरेंद्र कुमार सिंह को खनन माफियाओं ने ट्रैक्टर से कुचलकर मार दिया था।