अर्चना कुमारी दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को किसने धमकी के मेल भेजे। इसका पता पुलिस नही लगा पाई। इस बीच राष्ट्रपति भवन को उड़ाने वाला पकड़ा गया।
आरोपी की पहचान रवींद्र कुमार तिवारी (40) के रूप में हुई है। छानबीन हुई तो आरोपी मानसिक रोगी मिला। कॉल के समय वह बुरी तरह नशे की हालत में भी था। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि इससे पूर्व भी वह कई बार इसी तरह की कॉल कर चुकी है।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर उसे नोटिस देकर छोड़ दिया। फिलहाल रवींद्र कुमार तिवारी का राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज जारी है।
पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल आरोपी का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस सूत्रो के मुताबिक मंगलवार की रात करीब 9.53 बजे कंट्रोल रूम को किसी ने कॉल कर सूचना दी कि राष्ट्रपति भवन में बम रखा हुआ है जो 15 मिनट में फट जाएगा।
सूचना मिलते ही पुलिस के अलावा तमाम सुरक्षा एजेंसियां हरकत में हुई। कॉल की लोकेशन को खंगाला गया तो वह खजूरी खास के सादतपुर इलाके की मिली।
पुलिस टीम ने आरोपी को उसके घर से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने कॉल करने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि रवींद्र कुमार अपने माता-पिता के साथ यहां रहता है।
नशे और मानसिक स्थिति को देखते हुए उसकी पत्नी व बच्चे उसे छोड़कर चले गए हैं। रवींद्र का एक भाई था जो गायब है। उसके पिता भागीरथ प्लेस में बिजली का काम करते हैं। आरोपी का पिछले कई सालों से मानसिक इलाज जारी है। वह ऐसी कॉल पहले भी कर चुका है। जनवरी 2022 में आरोपी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की कार को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।
इसके अलावा अक्तूबर 2016 में आरोपी ने सीएम अरविंद केजरीवाल को गोली मारने की धमकी दी थी। अक्तूबर 2010 में आरोपी ने उस समय की सीएम शीला दीक्षित के घर पर बम लगाने की बात की थी। वर्ष 2009 में तो आरोपी ने दिल्ली के कई इलाकों में बम प्लांट करने का दावा कर कॉल की थी। हर बार इसकी दिमागी हालत देखकर इसे छोड़ दिया गया।
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