अर्चना कुमारी हरियाणा के झज्जर में इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की फिल्मी अंदाज में गोलियों से भूनकर हत्या की गई। इस हत्याकांड में बीजेपी से जुड़े नेताओ का नाम एफआईआर में आया है। लेकिन इस बीच अब इस चर्चित हत्या की सीबीआई जांच की अनुसंशा की गई है।
बीजेपी के नरेश कौशिक तथा अन्य नेताओं पर परिजनों ने गंभीर आरोप लगाया है। इसके अलावा रंजिश के चलते गैंग्स वार की भी बात सामने आई है। इस हत्याकांड को लेकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह पर भी वारदात को अंजाम देने का अंदेशा है।
पुलिस सूत्रो ने बताया हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में नफे सिंह राठी के मर्डर का मामला उठाया गया। कांग्रेस ने सरकार से हाईकोर्ट के जज या सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। इस पर गृहमंत्री अनिल विज ने जवाब दिया कि हम सीबीआई जांच कराने को तैयार हैं।
ज्ञात हो नफे सिंह राठी की रविवार की शाम को हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस हत्याकांड में सात नामजद आरोपियों सहित कुल 12 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
सूत्रो ने बताया नफे सिंह राठी पर एक साल पहले एक बीजेपी नेता को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा था। राठी के परिवार ने हत्या को बदले की कारवाई बताया। आरोपियों की लिस्ट में बीजेपी नेता के बेटे-भाई समेत दूसरे रिश्तेदारों का नाम भी शामिल है।
बताते है पिछले साल जनवरी में बहादुरगढ़ के बीजेपी नेता जगदीश राठी की आत्महत्या से मौत हो गई थी। हरियाणा के पूर्व मंत्री मांगे राम नंबरदार के बेटे जगदीश राठी ने जहर खाने से कुछ दिन पहले एक ऑडियो क्लिप जारी कर नफे सिंह राठी पर आरोप लगाया था। इस ऑडियो क्लिप में राठी समेत कई लोगों का जिक्र किया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्होंने 2019 में उनकी दुकान हड़प ली गई थी और उनकी पुश्तैनी जमीन और घर भी हड़पने की धमकी दी गई थी। नफे राठी और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, लेकिन अदालत ने उन्हें अग्रिम जमानत दे दी थी। अब इनेलो नेता की हत्या के आरोपियों की लिस्ट में जगदीश राठी का बेटा गौरव राठी और भाई सतीश राठी का नाम भी शामिल किया गया है।
अन्य आरोपियों में बीजेपी नेता नरेंद्र कौशिक और बहादुरगढ़ नगर निगम के चेयरपर्सन सरोज राठी के तीन रिश्तेदारों का नाम भी शामिल है। इन सभी पर हत्या और आपराधिक साजिश से जुड़ी धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
आर्म्स एक्ट की धाराएं भी जोड़ी गई हैं। नफे सिंह राठी के बेटे जितेंद्र का कहना है उनके परिवार के बाकी सदस्य निशाने पर हैं। उनकी निगरानी रखी जा रही थी। इसके बाद मैंने जिम जाना बंद कर दिया। मेरे भाइयों का पीछा किया गया। हत्यारे को केवल एक मौके की तलाश है।
जितेंद्र ने आगे कहा, मेरे पिता ने जिला पुलिस प्रमुख और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी। उन्होंने सरकार ने सुरक्षा मांगी थी लेकिन वे हमारे अनुरोध को अस्वीकार करते रहे। इसलिए, राज्य सरकार भी मेरे पिता की हत्या के पीछे की साजिश में शामिल है।
उन्होंने कहा कि गोलीबारी में हाईटेक हथियारों के इस्तेमाल से पता चलता है कि हत्यारों को अच्छी-खासी फंडिंग मिली थी। सनद रहे बाहुबली
नफे सिंह राठी हरियाणा में इनेलो के प्रमुख थे। हमले के दौरान वे बहादुरगढ़ स्थित अपने घर लौट रहे थे। उनकी एसयूवी एक रेलवे क्रॉसिंग के पास रुकी थी, तभी एक कार में सवार पांच हमलावरों ने उन पर और अन्य लोगों पर गोलियां बरसा दीं।
इसके बाद वे सोनीपत की तरफ फरार हो गए। इस दौरान नफे राठी और उनके एक सहयोगी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सूत्रो ने बताया राठी की साइड गाड़ी पर 10 बुलेट आर-पार हो गया। गाड़ी की अन्य बॉडी पर 10 बुलेट्स दागे गए। 6 गोलियां खिड़की के शीशे को तोड़कर भी राठी को लगीं थी।
गाड़ी की पिछली सीट पर बैठे गनमैन को टारगेट करते हुए जो फायरिंग की गई, उनमें से 4 गोलियां गाड़ी की बॉडी के आर-पार हो गईं। पुलिस को मौके से 21 खोल बरामद हुए हैं. अधिकारियों को शक है कि हत्या में तीन तरह की गन का इस्तेमाल की गईं।
नफे राठी के भांजे संजय की शिकायत पर बीजेपी के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे सतीश नंबरदार, राहुल, कमल और गौरव के खिलाफ हत्या समेत 8 धाराओं के तहत मामला दर्ज की है। इस बीच परिवार ने नफे सिंह राठी के पोस्टमॉर्टम से इनकार किया है।