अर्चना कुमारी। जी- 20 से पहले दिल्ली में प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने पांच से अधिक मेट्रो स्टेशन की दीवारों के अलावा कुछ दूसरे स्थानों पर खालिस्तान के समर्थन में और देश विरोधी नारे लिख दिए गए। आम लोगों ने आपत्तिजनक नारे लिखे देखे तो मामले की सूचना पुलिस को दी।
पुलिस सभी देश-विरोधी नारों को दीवारों पर पेंट कर मिटा दिया । जांच के बाद नांगलोई मेट्रो थाने में मामला दर्ज किया गया और स्पेशल सेल जांच में जुट गईं लेकिन कोई पकड़ा नहीं गया, पुलिस ने मेट्रो स्टेशन पर लगी सीसीटीवी फुटेज को सीआईएसएफ की मदद से अपने कब्जे में लिया है। सूत्रों का कहना है कि राजधानी में सक्रिय खालिस्तानी स्लीपर सेल ने ऐसा काम किया ।
पुलिस के मुताबिक रविवार सुबह करीब 11 बजे नांगलोई मेट्रो थाना पुलिस को खबर मिली थी कि मेट्रो स्टेशन व दूसरी जगहों पर किसी ने देश विरोधी नारे लिख दिए हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। नारे शिवाजी पार्क मेट्रो स्टेशन से पंजाबी बाग के बीच कई मेट्रो स्टेशन की दीवारी पर लिखे थे, पता चला कि शिवाजी पार्क मेट्रो स्टेशन, नांगलोई मेट्रो स्टेशन, मादीपुर, पश्चिम विहार, उद्योग विहार और महाराजा सूरजमल स्टेडियम पर देश-विरोधी नारे लिखे थे।
इसके साथ सर्वाेदय विद्यालय नांगलोई और पंजाबी बाग में कई जगहों की दीवारों पर भी ऐसे ही देश विरोधी नारे लिखे थे। लिखा था, ‘खालिस्तान जिंदाबाद, पंजाब इज नॉट इंडिया’ ‘ दिल्ली बनेगा खालिस्तान’ इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में नारों में अपशब्द लिखे थे। कुछ जगहों पर जनमत संग्रह की बात भी लिखी थी। इन सभी नारों के आगे एसएफजे लिखा हुआ था। दिल्ली में दुनियाभर से कई विदेशी मेहमान आने वाले हैं। ऐसे में देश विरोधी नारों को लिखा गया ताकि देश की छवि खराब हो।
सिख फॉर जस्टिस प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने रविवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया। वीडियो में वह कह रहा है कि प्रगति मैदान में जी-20 की लड़ाई आज से शुरू हो रही है। सच्चे खालिस्तानियों ने मेट्रो स्टेशन पर नारे लिखे हैं। वीडियो में पन्नू और भी देश विरोधी बातें करते दिख रहा है।
इस बीच राजधानी के तमाम महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई। मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन बस अड्डों के अलावा एयरपोर्ट और दूसरे स्थानों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। . इससे पूर्व 26 जनवरी से ठीक पहले शरारती तत्वों ने पश्चिम दिल्ली के दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे थे।