अर्चना कुमारी कई स्कूलों में बुधवार को आतंकवादी हमले की धमकी एक साथ ईमेल के जरिए दी गई। दिल्ली में तो धमकी के कुल 131 कॉल मिलने का दावा किया गया, लेकिन इसकी कुल संख्या 223 से अधिक थी।
अब तक ईमेल भेजे जाने वाले का पुलिस पता नहीं लगा पाई। आशंका है कि यह किसी सिरफिरे की करतूत हो सकती है, क्योकि पहले भी इस तरह की धमकी दी गई है।
लेकिन इस बीच पुलिस ने विदेश से मेल भेजे जाने की आशंका से भी इंकार नहीं किया और कहा कि इस घटना के पीछे आतंकी इस्लामी संगठन आईएस का हाथ हो सकता है, लेकिन इस संगठन ने इसकी अभी जिम्मेवारी नहीं ली है।
बुधवार को विभिन्न स्कूलों में धमकी भरे ईमेल मिलने के बाद लोगों में अचानक डर का माहौल बन गया , लेकिन बाद में पुलिस ने इसे अफवाह करार दिया।
राजधानी में इस तरह की धमकी मिलने के बाद अधिकांश स्कूल बंद कर दिए गए और छात्रों को घर वापस भेज दिया गया। इसके बाद बम निरोधक दस्तों के साथ साथ दमकल की गाड़ियों को स्कूलों भेजकर गहन तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन कोई विस्फोटक या किसी अन्य प्रकार की संदिग्ध वस्तु नहीं मिली ।
निश्चित तौर पर ई-मेल दहशत पैदा करने के लिए भेजा गया था। वैसे पुलिस इस मेल को फर्जी मानकर चल रही है, क्योंकि ई मेल में किसी आतंकी संगठन ने मेल करने की जिम्मेदारी नहीं ली है।
पहले भी इस तरह के धमकी भरे मेल मिलते रहे है। जिससे यह आशंका है कि यह किसी सिरफिरे का करतूत हो सकता है। मंगलवार को भी दिल्ली में 103 सरकारी इमारतों को उड़ाने का मेल आया था। यह मेल राष्ट्रपति भवन से लेकर चाचा नेहरू अस्पताल तक को उड़ाने का था।
शुरु आती जांच में ऐसा लग रहा है कि कल से अब तक जो मेल भेजा गया है । उस मेल में डेट लाइन का जिक्र नहीं है । इसका मतलब है कि एक मेल कई जगहों पर भेजा गया है। इससे पहले बेंगलुरु में भी करीब पांच महीने पहले 48 स्कूलों को एक साथ बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी और पुलिस उस पैटर्न पर भी अपनी जांच आगे बढा रही है।
पता चला है कि जिस स्कूलों को धमकी वाला ईमेल भेजा गया है, वह रूस से शायद भेजा गया था क्योकि इसका आईपी एड्रेस की जांच में रूसी लैंग्वेज डिटेक्ट हुई है। यह भी संभव है कि इस मामले में प्रॉक्सी सर्वर इस्तेमाल किया गया हो यानी सर्वर मास्को में हो लेकिन इसका इस्तेमाल कहीं और से किया गया हो।
धमकी के मेल मे लिखा है। हमारे हाथों में जो लोहा है वह हमारे दिलों को गले लगाता है। इंशाअल्लाह, हम इन्हें हवा में उड़ा कर तुम्हारे शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर देंगे। तुम्हारे घिनौने शरीरों को चीर देंगे।
हम तुम्हारी गर्दन और चेहरे को फाड़ देंगे। अल्लाह की मर्जी हुई तो हम तुम्हें आग की लपटों में डाल देंगे। जिससे तुम्हारा दम घुट जाएगा। काफिरों के लिए जहन्नुम में अलग आग है।
काफिरों, इंशाअल्लाह, तुम इसी आग में हमेशा के लिए जल जाओगे। आगे लिखा कि आपके द्वारा पैदा की गई बुराई से धुआं आसमान में उतरेगा। आपके पास बहुत सारा खाली लोहा है, किसी भी मात्रा में किसी भी शून्य में कोई शक्ति नहीं है, यह सब दूर जा रहा है।
क्या तुमने सच में सोचा था कि बचपन से तुमने जो भी बुराइयां की हैं, उसका कोई जवाब नहीं होगा, हमारे दिलों में जिहाद की आग जला दी गई है। हम वह आग बन गए हैं, इंशाअल्लाह जो सिर्फ बदले की वकालत करता है।