अर्चना कुमारी। आखिरकार ललित झा ने ,महेश नाम के शख्स के साथ खुद कर्तव्य पथ थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया। अब पुलिस ललित के अलावा महेश से भी पूछताछ कर रही है। अब नई दिल्ली पुलिस ने ललित के साथ महेश को भी स्पेशल सेल को सौंप दिया है। ललित दिल्ली से राजस्थान के नागौर भागा था और वह एक होटल में रात बिताई थी।
इसके बाद वह दिल्ली आकर महेश के साथ थाने आया था। महेश को भी 13 दिसंबर को संसद भवन आना था और उसे भी इस साजिश की पूरी जानकारी थी। इस वजह से महेश को भी दिल्ली पुलिस तलाश रही थी। संसद के भीतर और बाहर बवाल में मुख्य तौर पर शामिल थे। लेकिन जैसे ही चार आरोपी को पकड़ा गया ललित मौके से फरार हो गया था।
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ललित के पास ही इन चारों के मोबाइल फोन थे। ललित झा कोलकाता का निवासी है और वह पेशे से शिक्षक है। इसका तुणमुल के एक नेता के साथ फोटो भी वायरल हुआ है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पश्चिम बंगाल के इस एनजीओ पड़ताल शुरू कर दी है जबकि ललित झा एनजीओ में जनरल सेक्रेटरी बताया जाता है। दिल्ली पुलिस ने बयाया कि संसद भवन की सुरक्षा में सेंधमारी करने में ललित झा मुख्य साजिश कर्ता है और कौन से लोग किस भूमिका थे।
इसकी जांच की जा रही है। सूत्रो ने बताया ललित और अन्य आरोपी क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह से प्रभावित थे और वह ऐसा काम करना चाहते थे, जिससे पूरा देश का ध्यान उन पर जाए। पुलिस का कहना है कि सुरक्षा एजेंसियों को फिलहाल इन लोगों का किसी आतंकी संगठन से संबंध होने का सबूत नहीं मिला है लेकिन जांच जारी है।
ललित ने पुलिस को बताया है सभी 6 लोग सोशल मीडिया फेसबुक के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। ललित झा ने ही संसद में घुसपैठ करने के लिए 13 दिसंबर की तारीख तय की थी और इसके लिए उसने गुरुग्राम में मीटिंग बुलाई थी। ललित झा ने ही कलर अटैक का वीडियो मोबाइल में शूट कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया। आगे उससे कई राज खुल सकते है।