अर्चना कुमारी केंद्रीय गृह मंत्रीअमित शाह के फर्जी वीडियो वायरल करने में दिल्ली पुलिस को साजिश नजर आई है और पुलिस ने प्राथमिकी में आपराधिक साजिश के आरोप जोड़े है।
इस मामले में अब तक कई आरोपी पकड़े जा चुके हैं जबकि कई आरोपी की तलाश है। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के राष्ट्रीय समन्वयक को गिरफ्तार किया था।
तेलंगाना के हैदराबाद के रहने वाले अरुण बीरेड्डी सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर ‘स्पिरिट ऑफ कांग्रेस’ नाम के खाते को संभालते हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस की यह पहली गिरफ्तारी थी।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने प्राथमिकी में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120बी (आपराधिक साजिश) जोड़ी है क्योंकि जांच से एक बड़ी साजिश का संकेत मिला है।’’ दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक बीरेड्डी कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के प्रमुख सदस्यों में से एक हैं।
बीरेड्डी पर उन लोगों में शामिल होने का आरोप है जिन्होंने सोशल मीडिया पर अमित शाह का कथित फर्जी वीडियो अपलोड किया और इसे पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ साझा भी किया था।
बीरेड्डी को गिरफ्तार करने के बाद उसे शुक्रवार रात यहां एक अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उसे पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ द्वारा आगे की पूछताछ के लिए तीन दिन की हिरासत में भेज दिया।
अधिकारियों ने बताया कि बीरेड्डी से पूछताछ शुरू हो गई है। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने शाह के फर्जी वीडियो को लेकर ‘इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर’ (आई4सी) की शिकायत पर रविवार को प्राथमिकी दर्ज की थी।
दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 153ए (धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढावा देना), 465 (जालसाजी), 469 (किसी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के लिए जालसाजी) और 171जी (चुनाव के परिणाम को प्रभावित करने के इरादे से गलत बयान प्रकाशित करना) के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 66सी के तहत मामला दर्ज किया है।