अर्चना कुमारी। राहत फतेह अली खान द्वारा एक व्यक्ति को कथित तौर पर थप्पड़ मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी प्रसारित हुआ। इसके बाद प्रसिद्ध पाकिस्तानी गायक ने कहा कि यह उनकी छवि खराब करने का प्रयास है।
कथित वीडियो में, खान को उस व्यक्ति के साथ मारपीट करते हुए देखा जा सकता है, जिसे बाद में राहत फतेह अली खान ने अपना शिष्य नावेद हसनैन बताया। वीडियो में राहत फतेह अली खान पूछते दिख रहे हैं,मेरी बोतल कहाँ है।
एक मिनट से अधिक की वीडियो क्लिप वायरल होने के कुछ घंटों बाद ही खान का नाम सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर ट्रेंड करने लगा। कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने गायक की उनके र्दुव्यवहार के लिए आलोचना की।
हालांकि, यह पता नहीं चल सका कि उक्त वीडियो को कब और कहां रिकॉर्ड किया गया। ज्ञात हो ’मन की लगन’ और ’जिया धड़क धड़क–’ फिल्मी गानों के लिए प्रसिद्ध गायक ने बाद में स्पष्टीकरण के रूप में इंस्टाग्राम पर एक के बाद एक कई वीडियो साझा किये। खान ने वायरल वीडियो को एक गुरु और उनके शिष्य के बीच का ’आंतरिक मामला’ बताया।
उनका कहना था जब कोई शिष्य अच्छा काम करता है, तो हम उसकी काफी प्रशंसा करते हैं और जब वे गलती करते हैं, तो हम उन्हें दंडित करते हैं। साथ ही.. मैंने उसी समय उनसे माफी मांगी थी।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स‘ पर कई लोगो ने खान की आलोचना की और दावा किया कि यह बवाल ’शराब की एक खोई हुई बोतल’ को लेकर था। हसनैन के अनुसार, उन्होंने एक बोतल खो दी थी, जिसमें ’पवित्र जल’ था। उन्होंने कहा, ’मैं भूल गया था कि मैंने वह बोतल कहाँ रखी थी, जिसमें ‘पीर साहब का दम का पानी‘ (पवित्र जल) था।
उन्होंने कहा ’अल्लाह जानता है कि हमारे उस्ताद हमसे बहुत प्यार करते हैं। जिसने भी वह वीडियो रिकॉर्ड किया है, वह ब्लैकमेलर है। यह व्यक्ति मेरे उस्ताद जी को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।’ हसनैन ने यह भी कहा कि उनके परिवार और खान का रिश्ता 40 साल पुराना है। वायरल वीडियो में जो कुछ भी दिखा, वह ’झूठ’ है।
उन्होंने एक अन्य वीडियो में कहा, ’वह मुझे मार सकते हैं, डांट सकते हैं, वह मेरे उस्ताद हैं। वह वीडियो झूठ है और मेरे उस्ताद की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है।खान द्वारा स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश करने के बाद भी सोशल मीडिया पर आलोचना नहीं रुकी, कई लोगों ने अपने शिष्य को मारने के बारे में उनके स्पष्टीकरण को ’शर्मनाक’ बताया।
वायरल वीडियो पर टिप्पणी करते हुए, गायिका चिन्मयी श्रीपदा ने कहा कि किसी ने कभी नहीं सोचा होगा कि जो लोग ’सार्वजनिक रूप से मृदुभाषी’ की तरह व्यवहार करते हैं, वे इस तरह के अमानवीय व्यवहार भी कर सकते हैं।