मुस्लिमों के साथ मिलकर अपने ही पार्टी के कांग्रेसी दलित हिंदू विधायक का घर जलाने वाले कांग्रेसी पार्षद और पूर्व मेयर को गिरफ्तार किया गया है। दबोचे के पार्षद का नाम आर संपत राज है और बेंगलुरु में इस साल 11 अगस्त को हुई हिंसा मामले में उसकी गिरफ्तारी की गई । आर संपत राज देवरा जीवनहल्ली नगरपालिका वार्ड से कांग्रेस पार्षद हैं और उन्हें बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया ।
यह वही पार्षद है जो बेंगलुरु हिंसा के बाद जांच के दौरान कोरेना संक्रमित हुए थे और उपचार के दौरान एक निजी अस्पताल से फरार हो गए थे। बेंगलुरु पुलिस ने बताया कि पुलिस ने हाल ही में संपत राज के सहयोगी रियाजुद्दीन को गिरफ्तार किया था। बेंगलुरु पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर (क्राइम) संदीप पाटिल का कहना है कि रियाजुद्दीन पर संपत राज और एक अन्य फरार कांग्रेसी नेता जाकिर को पनाह देने का आरोप है।
जांच में खुलासा हुआ है की रियाजुद्दीन अपनी कार में संपत राज और जाकिर को नगरहोले के पास एक फार्महाउस में ले गया था और उन्हें कुछ दिन तक शरण दी थी। नगरहोले एक राष्ट्रीय उद्यान है जो मैसुरू और कोडागु जिलों में फैला है और दोनों नेता अगस्त में शहर के कुछ हिस्सों में भड़की हिंसा से संबंधित मामले में वांछित घोषित किए गए थे। बेंगलुरु हिंसा मामले में दायर आरोप पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के भांजे नवीन कुमार ने फेसबुक पर कथित तौर पर भड़काऊ पोस्ट किया था।
इसके बाद उग्र भीड़ ने विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर पर आग लगा दी थी। संपत राज पर आरोप है कि उन्होंने इस भीड़ को उकसाया था, जिसके बाद हजारों की भीड़ ने मूर्ति के घर पर आग लगा दी थी। संपत राज पर अखंड श्रीनिवास मूर्ति और उनकी बहन जयंती को निशाना बनाने का आरोप है। उग्र भीड़ ने देवरा जीवनहल्ली और कडुगोंडनहल्ली थानों में आग लगाई थी ।
पुलिस का कहना है कि इस घटना में 4 लोग मारे गए थे जबकि बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले में 65 मामले दर्ज किए थे और 350 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था।कुछ दिन पूर्व पुलिस ने फरार पूर्व मेयर आर संपत राज के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। इस कांग्रेस पार्षद के खिलाफ डीजेहल्ली में 400 पन्नों की प्रारंभिक चार्जशीट भी दाखिल की गई थी।
हिंसा की जांच कर रही केंद्रीय अपराध शाखा ने आर संपत राज और पार्षद अब्दुल रकीब जाकिर की पिछले महीने शहर से बाहर भागने में मदद करने और उन्हें कुछ दिनों तक आश्रय देने के आरोप में रियाजुद्दीन को गिरफ्तार किया इसके बाद आर संपत राज को धर दबोचा गया । आरोप पत्र के मुताबिक, देवरा जीवनहल्ली से कांग्रेस पार्षद राज ने जाकिर के साथ मिलकर आगजनी के शिकार हुए दलित विधायक को राजनीतिक तौर पर खत्म करने के लिए हिंसा की साजिश रची थी ।
हैरानी की बात तो यह है कि मोहम्मद साहब पर कथित पोस्ट को लेकर बेंगलुरु में दंगाइयों ने खूनी खेल खेला और कांग्रेसियोंं ने अपने ही विधायक को जिंदा जलाने की कोशिश की थी यह तो शुक्र था कि विधायक और उसके परिजन घर में मौजूद नहीं थे ।
यह वही देश है जहां हिंदू देवी देवताओं को लेकर आये दिन सोशल मीडिया पर तथाकथित बुद्धिजीवी बकवास करते रहते हैं, लेकिन कुछ नहीं होता क्योंकि हिंदू असहिष्णुू होते हैं और कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करते। परंतु मोहम्मद साहब पर बेंगलुरु में एक पोस्ट क्या डाला गया ,पूरा बेंगलुरु जलने लगा । हाल में ही फ्रांस में एक कार्टून बनाने पर किस तरह एक टीचर की गला काटकर हत्या कर दी गई और इस को लेकर पूरे विश्व में इस्लामिक बवाल फैला हुआ है
यह सब जानते हैं। बेंगलुरु में तो अगस्त माह में हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि पूर्वी बेंगलुरु के केजी हल्ली, डीजे हल्ली और पुल्केशी नगर में जमकर दंगे और आगजनी किए गए और इस सब घटना के पीछे कांग्रेसियों तथा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के नाम उजागर हुए थे