अर्चना कुमारी। मुस्लिम चरमपंथी एक बार फिर डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की साजिश रची लेकिन उनके साजिश को नाकाम कर दिया गया। सेवादारों द्वारा पकड़े जाने के बाद पुलिस ने देर रात मंदिर में घुसे दो युवकों से सर्जिकल ब्लेड और आपत्तिजनक दवा समेत कुछ अन्य वस्तुएं बरामद किए। पकड़े जाने के बाद दोनों ने खुलासा किया कि वह महंत की हत्या करने की योजना बना कर आए थे। फिलहाल पुलिस इस मामले को लेकर छानबीन कर रही है।
पुलिस का कहना है कि गाजियाबाद डासना स्थित डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की साजिश का एक बार फिर खुलासा हुआ । बताया जा रहा है कि बेहद शातिर प्रवृत्ति के दो संदिग्ध युवकों ने महंत की हत्या के लिए बुधवार देर रात डासना स्थित देवी मंदिर में प्रवेश किया था। इनमें से एक ने रजिस्टर में काशी गुप्ता, जबकि दूसरे ने डॉ. विजयवर्गीय अपना नाम लिखा जबकि पते के तौर पर निवासी नागपुर , महाराष्ट्र दर्ज कराया ।
पुलिस को तलाशी के दौरान आरोपियों की बैग से सर्जिकल ब्लेड और आपत्तिजनक दवाईयां मिली। पुलिस के समक्ष पूछताछ में एक युवक ने अपना असली नाम काशिफ बताया है और दूसरा उसका जीजा बताया । पुलिस सूत्रों ने आशंका जताई है कि जिस तरह से दोनों युवकों ने नाम बदलकर मंदिर में प्रवेश किया। उससे लगता है कि दोनों महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या के प्रयास में आए थे।
दरअसल संदेह होने पर मंदिर के सेवादारों ने दोनों को पकड़ कर इसकी सूचना पुलिस को दी थी । इससे पहले ज्ञात हो कि दिल्ली पुलिस ने जम्मू व कश्मीर के एक संदिग्ध को दिल्ली के पहाड़गंज से गिरफ्तार किया था, जिसने महंत की हत्या की सुपारी ली थी। 17 मई को दिल्ली पुलिस ने जान मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर को पहाड़गंज के एक होटल से गिरफ्तार किया था। उसके पास से दिल्ली पुलिस ने भगवा कपड़े, धोती और पूजा-पाठ की सामग्री आदि बरामद की थी।
पुलिस पूछताछ में हार्डकोर आतंकी ने कबूल किया था कि जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तान में बैठे आतंकी आबिद खान ने उसे कुछ वीडियो दिखाकर महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की सुपारी दी थी। इसके लिए उसे विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया था जबकि दिल्ली के जामा मस्जिद में उसे हथियार की आपूर्ति कराई गई थी ।
दिल्ली पुलिस ने जहांगीर के कब्जे से एक पिस्टल और दो मैगजीन के साथ 15 कारतूस बरामद किए थे। दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी ने खुलासा किया था कि वह साधु के वेश में महंत नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की योजना बना रहा था। अब जबकि दो और आरोपी पकड़े गए हैं , इसको लेकर महंत ने बताया कि कुछ आतंकी संगठन उनकी हत्या करने की फिराक में हैं। ऐसे लोगों को अंजाम भुगतना होगा ।
उन्होंने सरकार से इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है । डासना मंदिर में जो दो आरोपी पकड़े गए उसको लेकर महंत के अनुयायियों का कहना है कि युवकों के बैग से बरामद हुईं आपत्तिजनक दवाइयां खतरनाक सायनाइड है। गाजियाबाद एसपी देहात डॉक्टर ईराज राजा का कहना है कि मंदिर के सेवादारों से सूचना के बाद दो संदिग्ध युवकों मंदिर से गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ है।
इस बाबत पुलिस की पूछताछ अभी जारी है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले यति नरसिंहानंद सरस्वती का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने प्रेस क्लब में इस्लाम को लेकर कुछ सवाल उठाए थे और उनक खिलाफ धमकी का सिलसिला शुरू हो गया