अर्चना कुमारी। विदेश भेजने के नाम पर दिल्ली में फर्जीवाड़ा चल रहा है और एक बार फिर आईजीआई एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने इमिग्रेशन रैकेट का पर्दफाश करते हुए रैकेट में शामिल शातिर एजेंट को दो यात्रियों के साथ गिरफ्तार किया । पूछताछ में पता चला है गिरफ्तार एजेंट लोगों को मेक्सिको भेजने के नाम पर ठगी की वारदातों को अंजाम देता था।
पुलिस का दावा है कि आरोपी एजेंट प्रति यात्री 25 लाख रुपए की रकम ऐंठ रहा था। गिरफ्तार आरोपी एजेंट की पहचान 29 वर्षीय अमित खेंची उर्फ मीतू के तौर पर की गई है, जो मूलरूप से हरियाणा के पनीपत का रहने वाला है। जबकि एयरपोर्ट के इमिग्रेशन काउंटर पर फर्जी वीजा के साथ पकड़े गए दोनों यात्रियों की पहचान नरेन्द्र और बांका राम, जो हरियाणा के करनाल के रहने वाले हैं।
पुलिस का कहना है कि एयरपोर्ट पर ड्यूटी पर मौजूद इमिग्रेशन ऑफिसर शीलेन्द्र कुमार के पास नरेन्द्र व बांका राम नामक दो यात्रियों को लाया गया। छानबीन के दौरान पता चला कि ये दोनों तुर्की व कुवैत के रास्ते मेक्सिको जाने वाले थे, लेकिन तुर्की में उनका वीजा फर्जी पाए जाने के बाद उन्हें आगे की यात्रा की अनुमति नहीं मिली।
जिसके बाद उन्हें वापस दिल्ली बैरंग वापस कर दिया गया था । इस पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस टीम ने जांच शुरू की। पुलिस ने दोनों यात्रियों से पूछताछ की तो पता चला कि वे मेक्सिको के रास्ते अमेरिका जाना चाहते थे । जिसके लिए उन्हें 25 लाख रुपए में अमित खेंची नामक एजेंट ने उन्हें मेक्सिको का टूरिस्ट वीजा दिलाया था।
दोनों के बयान के आधार पर आगे की जांच करते हुए पुलिस ने आरोपी अमित खेंची को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अमित ने पूछताछ में बताया कि वह स्टूडेंट वीजा का काम करता है। इसके अलावा अवैध रूप से विदेश भेजने का भी काम करता है।
पिछले साल वह हरप्रीत सिंह नामक एजेंट के सम्पर्क में आया, जिसने उसे 21 लाख प्रति यात्री पर मेक्सिको का वीजा अरेंट करवाने का भरोसा दिया था। इसके बाद वह इस तरह के रैकेट में शामिल हो गया और पुलिस का दावा है कि इस तरह के रैकेट में कई और आरोपी शामिल हैं जिनकी तलाश की जा रही है।